महाराष्ट्र के नागपुर शहर में जुआ क्लब चलाने को लेकर चर्चित अपराधी बाल्या उर्फ किशोर एकनाथ बिनेकर (41) की शनिवार को दिनदहाड़े हत्या कर दी गई. चौक पर हुई इस वारदात से पूरे शहर में खलबली मच गई. दो दोपहिया वाहनों पर सवार 5 हमलावरों ने सिग्नल पर ही बाल्या की कार को अड़ा लिया. इसके बाद कुल्हाड़ी और चाकू से उसके शरीर को गोद दिया.
यह घटना शनिवार की शाम 4 बजे की है. बाल्या अपने घर से क्लब जाने के लिए निकला था. भोले पेट्रोल पंप चौक पर सिग्नल की लाल बत्ती होने के कारण बाल्या ने गाड़ी रोकी. इसी दौरान बाइक पर सवार दो बदमाशों ने गाड़ी अड़ा ली और दोपहिया वाहन पर सवार 3 लोगों ने रास्ते के किनारे अपनी गाड़ी पार्क की. इससे पहले कि बाल्या कुछ समझ पाता एक ने कुल्हाड़ी से ड्राइवर सीट का कांच फोड़ दिया.
बाल्या ने बचने का काफी प्रयास किया, लेकिन दोनों तरफ से हो रहे हमले को रोक नहीं पाया और कार का दरवाजा खोलकर भागने की कोशिश की, लेकिन पांचों बदमाश उसपर टूट पड़े. बाल्या के कार से बाहर निकलते ही चाकू और कुल्हाड़ी से उस पर कई वार किए गए. हमलावर तब तक वार करते रहे जब तक बाल्या ने दम नहीं तोड़ दिया. बदमाशों के पास देसी कट्टा भी था, लेकिन फायर नहीं किया गया.
बाल्या को ढेर करने के बाद सभी हमलावर फरार हो गए. चौक पर लगे कैमरे में यह पूरा घटनाक्रम कैद हुआ. घटना की जानकारी मिलते ही डीसीपी विनीता शाहू, गजानन राजमाने, एसीपी सुधीर नंदनवार, विजय मराठे और इंस्पेक्टर जग्वेंद्र राजपूत अपने दल के साथ मौके पर पहुंच गए.
बता दें कि बाल्या के पिता एकनाथ बिनेकर का लालगंज परिसर में रहते थे. वहां अपराधी सुनील हजारे अपने साथियों के साथ दादागिरी करता था. सुनील का उत्पात बढ़ता देख 2001 में बाल्या ने अपनी चिल्लर गैंग के साथ मिलकर सुनील की हत्या की. उस समय बाल्या महज 16 वर्ष का था. उसने न सिर्फ सुनील को बल्कि उसके साथी को भी मौत के घाट उतारा था. तब से इलाके में बाल्या के नाम की दहशत बन गई थी. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
(नागपुर से कौशल पांडेय की रिपोर्ट)
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