यूपी के गाजीपुर में नए साल की पहली रात यानी 1 जनवरी को युवक की लाश मिली थी. गाजीपुर थाना पुलिस को युवक का शव खोरा कॉलोनी के सामने डीडीए पेपर मार्केट में पड़ा मिला था. युवक की पहचान छुपाने के लिए उसका चेहरा ईंट से कुचल दिया गया था.
पुलिस की जांच में मृतक युवक की पहचान 20 साल के विकास यादव उर्फ प्रवीण प्रधान के रुप में हुई थी. वह खोरा कॉलोनी के सुभाष पार्क सेकेंड का रहने वाला था. पुलिस ने केस में हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. साथ ही क्राइम टीम को बुलाकर सबूत जुटाए गए थे.
सीसीटीवी फुटेज किए गए थे चेक
जांच के दौरान पुलिस ने इलाके में लगे कई सीसीटीवी फुटेज चेक किए. साथ ही कई लोगों से मर्डर के संबंध में पूछताछ भी की थी. सीसीटीवी फुटेज और लोगों से की गई पूछताछ में सामने आया था कि मृतक विकास को आखिरी बार पास के इलाके में रहने वाले हिमांशु उर्फ मकोई, नितिन के अलावा दो अन्य लोगों के साथ देखा गया था.
पुलिस ने हिमांशु उर्फ मकोई को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पहले तो वह पुलिस को गुमराह करता रहा. फिर उसने पुलिस को बताया कि उसकी विकास से पुरानी दुश्मनी थी. विकास उससे शराब और पैसे की मांग करता था. वह पहले भी उसके साथ मारपीट कर चुका था.
हिमांशु उर्फ मकोई ने पुलिस को आगे बताया कि 31 दिसंबर की शाम को भी हिमांशु नितिन के साथ खोरा रोड स्थित डीडीए की खाली पड़ी जमीन पर शराब पी रहा था. वहां मृतक विकास आया था. उसने हमसे झगड़ा शुरू कर दिया और गालियां भी दीं.
सिर और चेहरे पर किया ईंट से हमला
हिमांशु ने पुलिस से कहा कि मैंने और मेरे साथियो ने विकास के सिर और चेहरे पर ईंट से हमला किया था. इस दौरान उसकी मौत हो गई. फिर हम सभी मौके से भाग निकले थे. विकास की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी हिमांशु, उसके दोस्त नितिन के अलावा एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है. इन तीनों ने मिलकर ही विकास की ईंट से कूच कर हत्या की थी.