उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतक एक स्कूल में ड्राइवर की नौकरी करता था. बताया जा रहा है कि जमीनी विवाद के कारण इस हत्या को अंजाम दिया गया. इससे पहले सोमवार को चुनावी रंजिश के चलते मोहनगंज इलाके में पूर्व प्रधान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद मंगलवार को एक युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. एक के बाद एक हुईं इन हत्याओं से दहशत का माहौल है.
गुरुवार को संग्रामपुर थाना इलाके के भुलई गांव में अवधनरेश सिंह का खून से लथपथ शव खेत में मिला. स्थानीय लोगों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी. उच्च अधिकारियों के साथ कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी.
मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि इलाके में रहने वाले लल्लू सिंह, ज्ञान सिंह और विक्रम सिंह ने तालाब की जमीन पर कब्जा कर रखा है. इसके बार में कई बार शिकायत दर्ज कराई गई है. जिसके चलते इन लोगों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया.
बता दें, 25 जनवरी को मोहनगंज थाना क्षेत्र के मुकंद रमई गांव के पूर्व प्रधान जागेश्वर वर्मा (64) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सुबह नहर के किनारे जागेश्वर वर्मा का शव औंधे मुंह पड़ा मिला था. इस मामले में वर्तमान प्रधान और उनके घर वालों का नाम प्रकाश में आया था. ठीक दूसरे दिन अमेठी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पूरे पयासी मजरे नुवांवा में 30 वर्षीय युवक प्रेम दुबे पुत्र राजाराम दुबे को जमीन विवाद में आंगन में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. परिजनों ने चाचा पर हत्या का आरोप लगाया था.