उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) से पहले जनपद उन्नाव और मुजफ्फरनगर में अवैध असलहा फैक्ट्री (Illegal arms factory) पकड़ी गई हैं. दोनों जिलों में पुलिस ने निर्मित व अर्ध निर्मित असलहा व हथियार बनाने के उपकरण व भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं. पुलिस की छापेमारी के बीच कुछ आरोपी भाग गए. वहीं पकड़े गए आरोपियों से पुलिस व एसटीएफ सख्ती से पूछताछ कर रही है. बताया जाता है कि चुनाव में इस्तेमाल करने के लिए अवैध असलहे बनाए जा रहे थे. दोनों जिलों की पुलिस इस पूरे नेटवर्क की तफ्तीश में जुट गई है.
जानकारी के अनुसार, उन्नाव के आसीवन थाना क्षेत्र के पमेधिया गांव के जंगल में लंबे समय से अवैध असलहे का कारोबार फल-फूल रहा था. उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल है. ऐसे में अवैध असलहों से दहशत फ़ैलाए जाने की आशंका है. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी कर अवैध असलहा फैक्ट्री पर छापा मारा. मौके से 12 तमंचे, एक बंदूक, 14 जिंदा और खाली कारतूस, असलहा बनाने के उपकरण समेत असलहों के कई पार्ट बरामद हुए हैं. इस दौरान एक आरोप भाग गया, वहीं दूसरे साथियों को पुलिस ने दबोच लिया. दो सगे भाई इस अवैध असलहे के कारोबार में संलिप्त थे.
एएसपी उन्नाव शशि शेखर सिंह ने बताया कि उन्नाव में आसीवन पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है. यहां से एक अवैध असलहा फैक्ट्री की जानकारी मिली थी. इसके बाद छापा मारकर मुकेश यादव नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. मुकेश यादव की निशानदेही पर 12 बोर की एक बंदूक और विभिन्न बोर के 12 तमंचे, 14 कारतूस व शस्त्र बनाने के कई तरह के उपकरण बरामद किए गए. एक अन्य आरोपी मुकेश यादव का सगा भाई अभी फरार है. उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. एएसपी ने कहा कि हम गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई भी करेंगे.
7 वर्षों से आरोपी कर रहे अवैध असलहों का कारोबार
एएसपी ने कहा कि मामले की पूरी तहकीकात की जाएगी. जो भी चीजें मिलती हैं, उसकी हम पूरी जांच करेंगे. मामले से जुड़े जो भी आरोपी होंगे, सभी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. जहां तक अभी जांच हो पाई है, उसके आधार पर पता चला है कि 6 से 7 वर्षों से यह लोग इस अवैध धंधे में लगे हुए थे. जो आसपास के जनपद हैं, वहां इनका जाल फैला हुआ है. आसपास के जिलों के अफसरों से भी इनके बारे में डिटेल ली जाएगी. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव को लेकर राज्यभर में हाई अलर्ट है.
मुज़फ्फरनगर पुलिस व मेरठ एसटीएफ ने की कार्रवाई, मिला हथियारों का जखीरा
वहीं जनपद मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना कोतवाली पुलिस और एसटीएफ मेरठ की टीम ने मुखबिर की सूचना पर छापेमारी करते हुए जंगल में चल रही एक अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है.
बुढ़ाना पुलिस और एसटीएफ मेरठ की संयुक्त टीम ने शुक्रवार रात सैनपुर गांव के जंगल में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान टीम ने अवैध हथियार बना रहे दो आरोपी वारिश और महताब को गिरफ़्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों के तीन साथी पुलिस को चकमा देकर फ़रार हो गए. पुलिस टीम ने घटनास्थल से 37 बने, अधबने अवैध हथियार, जिसमें तमंचे, मस्कट और बंदूक, कारतूस के साथ साथ हथियार बनाने के उपकरण बड़ी मात्रा में बरामद किए हैं.
इस मामले में सीओ बुढ़ाना मुजफ्फरनगर विनय कुमार गौतम ने कहा कि पूछताछ के दौरान पकड़े गए आरोपियों ने आसपास के जनपदों में बड़ी मात्रा में अवैध असलहे सप्लाई करने की जानकारी दी है. इसकी जांच पुलिस ने शुरू कर दी है. जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया जाएगा.