बीजापुर में सड़क निर्माण का निरीक्षण करने गए एक इंजीनियर को नक्सलियों ने अगवा कर लिया. उनके साथ में एक चपरासी भी था. दोपहर एक बजे निकलने के बाद देर तक न लौटने पर उनकी तलाश की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. अब इंजीनियर की तलाश में उनकी पत्नी अपने बच्चे को लेकर जंगल निकल पड़ी है. इतना ही नहीं, उन्होंने नक्सलियों से गुहार लगाई है कि वह उनके पति को सकुशल छोड़ दें.
सब इंजीनियर अजय रोशन लकड़ा बीजापुर के पीएमजीएसवाई (PMGSY) में पदस्थ हैं. वह गुरुवार की दोपहर 1 बजे चपरासी लक्ष्मण के साथ परतागिरी गोरना मनकेली क्षेत्र में चल रहे सड़क के काम का निरीक्षण करने गए थे. लेकिन दोनों वापस मुख्यालय नहीं लौटे. विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने दोनों की काफी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों को जानकारी दी कि कुछ लोग सब इंजीनियर औऱ चपरासी को जंगल की तरफ ले गए हैं. जानकारी जुटाने पर पता चला कि नक्सलियों ने दोनों को अगवा कर लिया है. इसके बाद इंजीनियर के परिवार में हड़कंप मच गया. उनकी पत्नी अर्पिता ने नक्सलियों से अपील की है कि पति को सकुशल रिहा करें.
अर्पिता ने नक्सलियों से गुहार लगाते हुए कहा कि एक बहन की फरियाद सुनें. मानवता का परिचय दें. मेरे पति एक अच्छे इंसान हैं. जब से हमें उनके अगवा होने की खबर मिली है, तब से हमने कुछ नहीं खाया. मेरा 3 साल का बेटा है, वो भी अपने पापा को याद कर रहा है. मेरे मासूम बेटे के सिर पर पिता का साया सलामत रहे, ये एक मां और पत्नी की फरियाद है.
जंगल में जन अदालत लगाई गई
एक राहत भरी खबर ये है कि चपरासी लक्ष्मण परतागिरी सकुशल अपने घर पहुंच गया है. लेकिन उसने अभी तक कुछ भी नहीं बताया है. चपरासी का बस इतना ही कहना है कि दोनों को अलग-अलग रखा गया था. जंगल में जनअदालत लगाई गई. उसके बाद उसे वापस जाने दिया गया. लेकिन सब इंजीनियर को रिहा नहीं किया गया.
एक-दो दिन में कर देंगे रिहा
पुलिस सब इंजीनियर की तलाश में जुटी है. जिले के एसपी कमलोचन कश्यप ने बताया कि सब इंजीनियर की तलाश की जा रही है. सम्भवतः एक-दो दिन में नक्सली उन्हें रिहा कर देंगे. दूसरी तरफ सब इंजीनियर की पत्नी अर्पिता मनकेली इलाके में अपने बच्चे के साथ नक्सलियों से मिलने रवाना हुई है.
सरकारी निर्माण का विरोध
बता दें कि गोरना मनकेली नक्सलियों के आधार वाला का क्षेत्र माना जाता है और इलाके में किसी भी सरकारी निर्माण कराया का लगातार विरोध किया जाता रहा है. माना जा रहा है कि दोनों कर्मियों को इसी कारण अगवा किया गया है.
(इनपुट-धर्मेंद्र महापात्रा)