कोरोना महामारी में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की बड़े स्तर पर कालाबाजारी करने वाला सांसों का सौदागार नवनीत कालरा पुलिस की पहुंच से अभी दूर है. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. कई जगह छापेमार कार्रवाई की गई, लेकिन कालरा पुलिस के हाथ नहीं लग सका. उसकी अंतिम लोकेशन उत्तराखंड के हरिद्वार में मिली है.
दिल्ली पुलिस ने नवनीत कालरा की गिरफ्तारी के लिए पहले साउथ दिल्ली के फतेहपुरबेरी स्थित कालरा के फार्म हाउस पर छापा मारा, यहां उसके न मिलने पर पुलिस टीम सैनिक फार्म स्थित कालरा के घर पहुंची, लेकिन कालरा वहां से भी फरार था. इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीमें दूसरे राज्यों में उसकी तलाश के लिए जुट गई हैं. पुलिस सूत्रों की मानें तो उसकी अंतिम लोकेशन उत्तराखंड के हरिद्वार में मिली है. उसका मोबाइल भी बंद जा रहा है.
लंदन तक जुड़े तार
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी के तार खान मार्केट से लंदन तक जुड़े हैं. अब इस पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम कर रही है. नवनीत कालरा की तलाश की जा रही है तो वहीं लंदन में बैठे कंपनी के मालिक गगन दुग्गल को भी पुलिस नोटिस भेज सकती है. पुलिस सूत्रों की मानें तो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर चाइना और हॉन्ग कॉन्ग से आ रहे थे.
गौरव खन्ना तय करता था रेट
दिल्ली के व्यापारी नवनीत कालरा और लंदन में बैठे गगन दुग्गल ने अब तक 6 से 7 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बेचे हैं. गुरग्राम से गिरफ्तार गौरव खन्ना मेट्रिस्क कंपनी का CEO और CA भी है. गौरव ही कंपनी के मालिक गगन दुग्गल के कहने पर रेट तय करता था, कि बाहर से सामान कितने का आया और कितने में आगे बेचना है. दिल्ली पुलिस को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के जो इनवॉइस मिले हैं, उसके मुताबिक आरोपियों को 5 लीटर का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 16 हजार रुपये में मिल रहा था. वहीं 9 लीटर का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 20 हजार का मिल रहा था. उसके बाद ये उन्हें 50 से 60 हजार 70 हजार में बेचते थे. दिल्ली पुलिस को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का एक बिल भी मिला है जिसे 70 हजार 700 रुपये में बेचा गया है.
मंगाए गए थे 650 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
दिल्ली पुलिस के मुताबिक गगन दुग्गल कि कंपनी के नाम पर 650 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मंगाए गए थे. इन सभी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का आर्डर गगन दुग्गल की कंपनी मैट्रिक की तरफ से दिया गया था. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर गुआंगडोंग चाइना की कंपनी ब्रांड इंटरप्राइजेज शेनझेन डेडा हेल्थ कंपनी लिमिटेड से मंगाए गए थे. साउथ दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर के मुताबिक अब तक इनमें से 120 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बेचे जा चुके हैं.
लाखों का लिया एडवांस
सूत्रों की मानें तो दिल्ली पुलिस को यह जानकारी भी मिली है कि नवनीत कालरा ने कई लोगों से बल्क में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की सप्लाई देने के लिए लाखों रुपए एडवांस भी लिया है. पुलिस अफसरों का कहना है कि इस तरह के लेन-देन का हिसाब नवनीत कालरा की गिरफ्तारी और बैंक अकाउंट की छानबीन के बाद ही पता चल सकेगा.