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दिल्लीः ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर 3 महीने में 50 लाख की ठगी, बिहार से आरोपी गिरफ्तार

भाई बिहार पुलिस में, भाभी रेलवे पुलिस में और पिता रिटायर सरकारी टीचर, लेकिन आरोपी ने कोरोना कॉल में मौके का फायदा उठाते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर 300 लोगों से लाखों रुपये ठग लिए.

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ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर ठगी करने वाला नालंदा से गिरफ्तार (फोटो-आजतक)
ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर ठगी करने वाला नालंदा से गिरफ्तार (फोटो-आजतक)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • शिकायत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने शुरू की जांच
  • बिहार के नालंदा से दीपक प्रसाद को गिरफ्तार किया गया
  • पिछले 2 से 3 महीने में करीब 300 लोगों के साथ की ठगी

कोरोना काल में जब लोग अपनों की सांस बचाने के लिए इधर-उधर ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए भाग रहे थे तो उसी दौरान बिहार के नालंदा में बैठा दीपक प्रसाद अपने गैंग के साथ मिलकर आम लोगों से ऑक्सीजन सिलेंडर देने के नाम पर पैसे ऐंठ रहा था. करीब 3 महीने में गैंग ने 50 लाख से ज्यादा ठग लिए. 

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दिल्ली पुलिस को लोगों की ओर से इस संबंध में लगातार शिकायत मिल रही थी कि सोशल मीडिया के जरिए उन्हें नंबर मिला था जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर तुरंत देने की बात कही जा रही थी. दिए हुए नंबर पर जब कॉल किया गया तो पैसों की डिमांड की गई पैसे पेटीएम से मंगवाए गए लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं पहुंचाया यहां तक कि जिन नंबरों से पैसे मांगे गए थे वो भी बंद हो गया.

दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू की और मिले नंबरों तथा मुखबिरों के आधार पर वह बिहार के नालंदा इलाके में पहुंच गई. वहां दीपक प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया.

पूछताछ में दीपक ने बताया कि वो पहले दिल्ली में काम करता था. बाद में गांव में उसने दुकान खोल ली, लेकिन जल्दी पैसे कमाने की चाहत थी. लिहाजा साल 2018 में दीपक और इसके साथियों ने लोगों को पहले नापतौल डॉट कॉम और इंडिया बुल्स के नाम पर लोन दिलाने के नाम पर ठगी की वारदात शुरू की. लेकिन कोरोना कॉल के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत को इस गैंग ने अवसर के तौर पर लिया और लोगों से पैसे ठगने लगे.

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गैंग ने बाकायदा मैसेज बनाकर उसमें अपना नंबर दिया और देखते ही देखते यह मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गया. जरूरतमंद लोग कॉल करने लगे और ये गैंग उनसे पैसे ठगने लगा.

जांच में पता चला कि आरोपी दीपक और उसके साथी 7 बैंक अकाउंट का इस्तेमाल कर रहे थे गैंग ने देशभर में 300 लोगों से 2 से 3 महीने में 50 लाख रुपये से ज्यादा रुपयों की ठगी की.

ये गैंग पुलिस को गुमराह करने के लिए दूसरों के नाम पर दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में अकाउंट खुलवाता था. अकाउंट में नंबर गैंग के लोग अपना ही रजिस्टर करवाते थे और पैसे आते थे. दिल्ली और मुंबई के नाम और पते पर खुलवाए गए अकाउंट में प्लान के तहत बिहार में पैसे निकाले जाते थे. पुलिस ने आरोपी दीपक के पास से 13 सिम कार्ड और 13 मोबाइल फोन बरामद किया है.


 

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