बिहार की राजधानी पटना के गौरीचक थाना इलाके में दहेज के लिए नवविवाहिता की हत्या कर दी गई. आरोप है कि ससुराल वालों ने हत्या कर 4 फीट का गड्ढा कर लाश दफना दी. इसके बाद मौके से फरार हो गए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने गांव वालों की मदद से लाश निकाली और जांच-पड़ताल शुरू की.
जानकारी के अनुसार, पटना के गौरीचक थाना इलाके के महमदा गांव में यह घटना हुई है. यहां 21 वर्षीय आरती देवी के गायब होने की सूचना उसके ससुराल वालों ने 18 अक्टूबर की रात मायके वालों को दी थी.
सूचना के बाद 19 अक्टूबर की सुबह आरती की मां परिजनों के साथ महमदा गांव पहुंचीं, लेकिन वहां बेटी की ससुराल का कोई भी सदस्य घर में नहीं था. घर में ताला पड़ा था. आरती की मां ने परिजनों के साथ आरती की काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ भी पता नहीं चल सका.
इसके बाद गौरीचक थाने में आरती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की. इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि मीरहाजी चक गांव से उत्तर दरधा नदी किनारे करीब 4 फीट के गड्ढे में एक शव छिपा है.
सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी, बरामद किया शव
इसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक सदर पटना स्वीटी शेहरावत एवं कार्यपालक दंडाधिकारी पटना सिटी मंजू कुमारी मौके पर पहुंचीं. पुलिस की टीम ने गांव वालों की मदद से शव को निकाला. पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया.
परिजनों का कहना है कि एक साल पहले बेटी आरती की शादी अमित पासवान से की थी. दहेज के लिए अमित पासवान और उसके परिजन आरती को प्रताड़ित करते थे. मोटी रकम मांगते थे. जब उनकी मांग पूरी नहीं कर पाए तो आरती की हत्या कर दी. पुलिस मृतका आरती के ससुराल वालों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है.