उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में दबंग ने दुकानदार को इतना परेशान किया कि उसने सल्फास की 10 गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली. लेकिन मौत से पहले उसने एक सुसाइड नोट भी लिखा. सुसाइड नोट के मुताबिक, दबंग आए दिन एससी-एसटी एक्ट का फर्जी मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देता था. उसके साथ मारपीट भी की जाती थी.
मामला बीसलपुर के नगरिया फतेहपुर इलाके का है. मृतक ने सुसाइड नोट में इस बात का भी जिक्र किया कि उसने जब थाने में दबंग के खिलाफ मामला दर्ज करवाया, तो पुलिस को कोई कार्रवाई नहीं की. मंगलवार को मृतक के बेटे ने बताया कि उसके पिता ओमपाल बारह पत्थर पर साइकिल की दुकान चलाता था.
दुकान के पास में ही ट्रॉली की दुकान है. दुकान चलाने वाला दबंग और उसका भाई आए दिन ओमपाल को परेशान किया करते थे. दोनों चाहते थे कि ओमपाल दुकान बंद करके चला जाए. उसे धमकी दी जाती थी कि एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा लिखा देंगे. ओमपाल ने इसकी शिकायत पुलिस से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे दोनों भाइयों के हौसले बढ़ते चले गए.
30 अगस्त की शाम 5:30 बजे दोनों भाइयों ने अपनी दुकान पर ओमपाल को बुलाकर मारपीट की. उन्हें थप्पड़ मारे. साथ ही धमकी भी कि अगर पुलिस से शिकायत की तो फिर मारेंगे. ओमपाल यह अपमान बर्दाश्त नहीं कर सक् और घटना के बाद जहर खा लिया. हालत खराब होने पर परिजन उसे अस्पताल ले गए. लेकिन 31 अगस्त को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
गौरव ने बताया कि पिता की मौत के बाद दसवां आदि कार्यक्रम पूरा किया गया. इसके बाद मंगलवार को बीसलपुर कोतवाली जाकर तहरीर दी. पुलिस को घटना के बारे में 30 अगस्त को ही बता दिया था.
आरोपी के रिश्तेदार पुलिस में, मदद की आस नहीं
ओमपाल ने सुसाइड नोट में लिखा है कि जिसने उसे पीटा उसके रिश्तेदार पुलिस में हैं. वह कुछ नहीं कर सकता. पुलिस का काम वह पहले देख चुका है. उसने अपनी मौत के लिए ट्रॉली बनाने की दुकान चलाने वाले को जिम्मेदार बताया है. अनुसूचित जाति से होने का फायदा उठाने की बात कही है. सुसाइड नोट में लिखा है ''आज मारा है कल भी मारेगा. पढ़ा-लिखे होने का ढोंग करता है, असल में गुंडा है.'' सुसाइड नोट में आगे लिखा कि पुलिस इस कदर गिर चुकी है कि अपने रिश्तेदार को बचाने के लिए कुछ भी कर सकती है. इसलिए दस की दस गोलियां खा लीं.
वहीं, बीसलपुर के इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार ने कहा कि सुसाइड नोट की जांच की जा रही है. अगर आरोपी सही साबित हुए तो आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.