उत्तर प्रदेश के इटावा में एक सिपाही ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली. मृतक सिपाही का नाम प्रेम प्रकाश सिंह था. उसने ड्यूटी के दौरान, अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली. वह ताखा तहसील के कोषागार में तैनात था. सिपाही ने आत्महत्या क्यों की, इसके कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
जानकारी के मुताबिक, हेड कांस्टेबल प्रेम प्रकाश सिंह की उम्र 40 साल थी. वह एटा का रहने वाला था और ताखा तहसील के कोषागार में तैनात था. वह तहसील की तीसरी मंजिल पर रुका हुआ था. प्रेम प्रकाश ने सबसे पहले अपने दोनों हाथ की नसें काट कर आत्महत्या की कोशिश की और फिर फांसी का फंदा लगाने का भी प्रयास किया. जब वह कामयाब नहीं हुआ तब अंत में उसने अपनी सरकारी इंसास राइफल से गोली मार ली.
फायरिंग की आवाज से कोषागार का कमरा गूंज उठा. गोली चलने की आवाज सुनकर दूसरे कमरे में रुके सिपाही शफीक अहमद मौके पर पहुंचे. प्रेम प्रकाश की हालत देख कर उन्होंने पुलिस को सूचना दी. एंबुलेंस के जरिए, प्रेम प्रकाश सिंह को सैफई मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. पुलिस की ओर से प्रेम प्रकाश सिंह के परिजनों को मामले की सूचना दी गई. इसके बाद प्रेम प्रकाश सिंह के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया.
इटावा के अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सत्यपाल सिंह ने बताया कि कॉन्स्टेबल प्रेम प्रकाश एटा का है. ताखा तहसील में तैनात था. यह प्रथम दृष्टया सुसाइड का केस है. गले से सटाकर राइफल से फायर किया गया है. इसने दोनों हाथों की नसें काटने की कोशिश की, इसके बाद रस्सी से लटकने की भी कोशिश की. उसके बाद गोली मारी है. पुलिस के मुताबिक, आत्महत्या के कारण की जांच जारी है.