केरल के एर्नाकुलम में रेप के आरोपी एक पुलिस अफसर ने खुदकुशी कर ली है. उसके खिलाफ एक महिला डॉक्टर ने शादी का झांसा देकर जबरन शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया था. इस मामले की जांच चल रही थी. उसने कोर्ट में जमानत याचिका भी दायर की थी, जिसे खारिज कर दिया गया. इसके एक दिन बाद ही उसने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक, तिरुवनंतपुरम जिले के एर्नाकुलम की रहने वाली एक महिला डॉक्टर साल 2019 में विदेश से लौटी थी. उसने मलयिन्कीझु पुलिस स्टेशन में एक शिकायत देकर अपनी दुकान खाली कराने का अनुरोध किया था. उस वक्त आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर सैजू उसी थाने में तैनात था. उसने महिला की शिकायत पर सक्रियता दिखाते हुए उसकी दुकान को खाली करा दिया था. इस केस की वजह से महिला के साथ उसके संबंध प्रगाढ़ हो गए.
आरोप है कि इस घटना के बाद पुलिस इंस्पेक्टर सैजू उसके घर आने जाने लगा. इसके बाद शादी करने का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने लगा. इस वजह से महिला डॉक्टर के पति ने घर छोड़ दिया. फिर तो उसका आना जाना ज्यादा बढ़ गया. पीड़िता का आरोप था कि उसने लगातार उसका शारीरिक शोषण किया. इस दौरान जबरन उससे पैसे भी लिए. इसके कुछ दिनों बाद उसे छोड़कर उसने किसी अन्य महिला से संबंध बना लिए.
इसके बाद वो महिला डॉक्टर को उनके संबंधों के बारे में बताने पर जान से मारने की धमकी देने लगा. इससे डर कर पीड़िता ने साल 2021 में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उसके खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज करा दी. उसकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज करके आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच शुरू कर दी. हालांकि, वो इन आरोपों से लगातार इनकार करता रहा. इस मामले में बदनामी होने की वजह से उसने अपनी जान दे दी.
पुलिस के मुताबिक, सैजू को एर्नाकुलम सेंट्रल पुलिस थाने की सीमा के तहत अंबेडकर स्टेडियम के पास फांसी के फंदे से लटका हुआ पाया गया. केरल उच्च न्यायालय द्वारा उसकी जमानत याचिका खारिज करने के एक दिन बाद उसने यह कदम उठाया है. उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए एर्नाकुलम जनरल अस्पताल ले जाया गया है. उसके खिलाफ अपराध शाखा की जांच के बाद सेवा से निलंबित कर दिया गया था. इससे वो परेशान चल रहा था.