गाजियाबाद से अपहरण किए गए ढाई साल के बच्चे को पुलिस ने 20 घंटे में बरामद कर लिया है. बच्चे को 8 नवंबर की शाम 6 बजे अपहरण किया गया था. किडनैपर्स ने बच्चे की परिजनों से 20 लाख रुपए फिरौती की मांग की थी.
इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की और बच्चे की सकुशल बरामदगी के लिए गुहार लगाई. दरअसल, विजयनगर से कुछ बदमाशें ने अथर्व नाम के बच्चे का अपहरण किया था. मामला दर्ज होते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया.
बच्चे की तलाश के लिए गाजियाबाद के कप्तान मुनिराज ने तीन टीमें बनाईं. इसके बाद पुलिस ने बच्चे को बरामद के लिए ऑपरेशन चलाया था. कप्तान मुनिराज खुद पूरे ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे.
पुलिस को किडनैपर्स की फोन कॉल से पता चली लोकेशन
पुलिस की सर्विलांस टीम ने फिरौती के लिए की गई फोन कॉल से किडनैपर्स की लोकेशन पता की. इससे पता चला कि किडनैपर हिंडन पुश्ते के आस-पास मौजूद हैं. पुलिस ने पूरी टीम के साथ किडनैपर्स की लोकेशन को घेर लिया.
इस दौरान बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग करने लगा. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग में की. पुलिस फायरिंग में सन्नी नामक किडनैपर के पैर में गोली लग गई. इसके बाद सन्नी और उसके साथी रमशरण को गिरफ्तार कर लिए गया.
इस फायरिंग में पुलिस हेड कांस्टेबल देव प्रताप भी घायल हो गए. दोनों किडनैपर्स से पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया. किडनैपर्स के कब्जे से एक चोरी की बाइक, 315 बोर का एक तमंचा, 1 खोखा कारतूस, 1 जिंदा कारतूस और एक मोबाइल फोन बरामद किया है.