स्विटजरलैंड की राजधानी ज्यूरिख की रहने वाली नीना बर्जर का शव पिछले 6 दिनों से मुर्दाघर में पड़ा हुआ है. उसके शव का अभी तक पोस्टमार्टम नहीं हो सका है. बताया जा रहा है कि उसके परिजनों ने दिल्ली आने में असमर्थता जताई है. दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच के लिए अब नीना के शव का डीएनए टेस्ट कराने जा रही है. पुलिस कहना है कि आरोपियों के कब्जे से मृतक के कई दस्तावेज और सामान मिले हैं. उनका उपयोग शरीर से एकत्र किए गए डीएनए सैम्पल से मिलान के लिए किया जा सकता है. डीएनए सैम्पल एकत्र करना पुलिस जांच का एक हिस्सा है, क्योंकि मृतक के परिवार ने शव की पहचान के लिए दिल्ली आने में असमर्थता दिखाई है.
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विदेश मंत्रालय के माध्यम से जानकारी मिली है कि मृतक महिला नीना बर्जर के परिवार के सदस्य शव की पहचान के लिए भारत नहीं आ सकते हैं. ज्यूरिख में मौजूद नीना के एक रिश्तेदार ने ये बताया है कि नीना के परिवार ने दिल्ली आने में अपनी मजबूरी जताई है. ऐसे में दिल्ली पुलिस स्विस एंबेसी से अनापत्ति प्रमाण पत्र यानी एनओसी मिलने के बाद ही पोस्टमार्टम कराएगी. दिल्ली पुलिस के मुताबिक स्विटजरलैंड के फेडरल डिपार्टमेटं ऑफ फॉरेन अफेयर्स यानी एफडीएफए को नीना के कत्ल की खबर मिल चुकी है. एफडीएफए का कहना है कि नई दिल्ली में मौजूद स्विस एंबेसी दिल्ली पुलिस के संपर्क में है.
'कातिल' ब्वॉयफ्रेंड बार-बार बदल रहा है बयान
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, नीना बर्जर के कत्ल का आरोपी ब्वॉयफ्रेंड गुरप्रीत सिंह अब तक की पूछताछ में लगातार अपने बयान बदलता रहा है. इसी को देखते हुए उसकी साइक्लॉजिकल जांच भी कराई गई है. शुरुआती जांच रिपोर्ट के मुताबिक उसमें डिसटर्ब बिहेवियर पाया गया है. इसी वजह से हर बार वो पुलिस के सामने अलग अलग बयान दे रहा है. इसके साथ ही गुरप्रीत के पिता से भी पूछताछ की तैयारी की जा रही है, जो कि फिलहाल देश से बाहर हैं. परिवार के अन्य सदस्यों से इस मामले में पूछताछ हो चुकी है. पिछले पांच दिनों की तफ्तीश के बाद दिल्ली पुलिस ने नीना के कत्ल से जुड़े कई अहम सवालों के जवाब तलाश लिए हैं. अब कड़िया जोड़ी जा रही हैं.
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स्विस महिला से डेटिंग ऐप पर हुई मुलाकात
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, गुरप्रीत की नीना बर्जर से पहली मुलाकात 2021 में डेटिंग ऐप पर हुई थी. इसके बाद ज्यूरिख में कई बार उससे जाकर मिला था. गुरप्रीत उससे शादी करना चाहता था. इस बारे में उसने कम से कम छह से सात बार उससे बात की थी. लेकिन उसने शादी करने से साफ इनकार कर दिया. नीना का इनकार गुरप्रीत को नागवार गुजरा. इसी के बाद 2023 में ही उसने उसको रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया था. इसी साजिश के तहत 11 अक्टूबर को भारत घुमाने के बहाने उसने नीना को दिल्ली बुलाया. कत्ल से दो दिन पहले 16 अक्टूबर को जनकपुरी की एक दुकान से 600 रुपये में एक जंजीर और ताला खरीदा. इसके बाद में उसी जंजीर और ताले से नीना के हाथ पैर बांध कर 18 अक्टूबर की रात सेंट्रो कार के अंदर ही गला घोंटकर नीना को मार डाला. उसी सेंट्रो कार में उसकी लाश दो दिनों तक पड़ी रही.
कोर्ट में अहम साबित हो सकते हैं ये सबूत
दिल्ली पुलिस ने उस कार की जांच रोहिणी में मौजूद फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री यानी एफएसएल से कराई. दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक एफएसएल की जांच में सेंटो कार के अंदर से नीना की मौजूदगी के तमाम सबूत मिले हैं. हालांकि कत्ल के बाद गुरप्रीत ने कार की धुलाई कर दी थी. लेकिन इसके बावजूद कुछ सबूत उसमें छूट गए थे. कार के अंदर से नीना की एक चेन, खून के कुछ धब्बे और बाल के कुछ गुच्छे भी मिले हैं. ये तमाम सबूत आगे चलकर कोर्ट में बेहद अहम साबित हो सकते हैं. गुरप्रीत के मोबाइल से भी कई अहम जानकारियां मिली हैं. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, उसके मोबाइल में करीब 30 लड़कियों के नंबर मिले हैं. इनमें से ज़्यादातर लड़कियां विदेशी हैं.
ह्यूमन ट्रैफिकिंग सिंडिकेट से जुड़ने का शक
गुरप्रीत सिंह के घर से भी पुलिस को लगभग ढाई करोड़ रुपए कैश मिले थे. अब पुलिस इस पहलू से भी मामले की जांच कर रही है कि कहीं गुरप्रीत का ताल्लुक किसी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सिंडिकेट से तो नहीं है. क्योंकि गुरप्रीत या उसका परिवार अब तक ढाई करोड रुपए के बारे में कोई तसल्ली बख्श जवाब या हिसाब किताब नहीं दे पाया है. उसका पिता भी लंबे समय से विदेश में है. वो वहां क्या करने गए हैं, कब तक आएंगे, इस बारे में भी परिवार के लोग ठीक से नहीं बता पा रहे हैं. ऐसे में दिल्ली पुलिस की जांच दो तरफ से चल रही है. एक तरफ नीना के पोस्टमार्टम और डीएनए टेस्ट की तैयारी हो रही, तो दूसरी तरफ गुरप्रीत के परिजनों के बयानों की जांच की जा रही है.
ऐसे मिली लाश, यूं हुआ कत्ल का खुलासा
20 अक्टूबर को पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर इलाके में एक दूधवाला की नजर सरकारी स्कूल की दीवार के नीचे एक काली पॉलिथिन पर पड़ी. पॉलिथिन पर टेप लगा था. लेकिन अंदर से तेज बदबू आ रही थी. दूधवाले को पॉलिथिन देखते ही अंदाजा हो चुका था कि अंदर कोई लाश है. उसने जिस जगह लाश पड़ी थी उसके ठीक सामने वाले मकान में रहने वाले लोगों को इसकी जानकारी दी. फौरन पुलिस को इत्तेला दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची. पॉलिथिन का टेप खोलते ही अंदर से एक महिला की लाश बाहर निकलती है. उसके कपड़े और हुलिये से साफ पता चल रहा था कि लाश किसी विदेशी महिला की है. पुलिस की टीम लाश उठाकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दी, जो अभी पड़ी हुई है.