पंजाब पुलिस ने रोपड जेल में बंद मुख्तार अंसारी को मोहाली की अदालत में पेश किया. जहां मोहाली में एक बिल्डर से फिरौती मांगने के मामले में सुनवाई की गई और अगली सुनवाई के लिए 12 अप्रैल का दिन तय कर दिया गया.
बुधवार को पंजाब पुलिस ने रोपड जेल में बंद यूपी के विधायक मुख्तार अंसारी को मोहाली की अदालत में पेश किया. यह मामला मोहाली में एक बिल्डर से फिरौती मांगने का है. जिसमें मुख्तार अंसारी आरोपी है. अदालत ने इस मामले की सुनवाई अब 12 अप्रैल को करने के लिए कहा है.
पेशी के दौरान कोर्ट में मुख्तार अंसारी ने कहा कि मेरी सेहत ज्यादा ठीक नहीं है. जिस पर कोर्ट ने अंसारी को दोबारा रोपड़ जेल भेज दिया है. अब अंसारी को 12 अप्रैल को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा.
माना जा रहा है कि यूपी जाने से बचने के लिए मुख्तार अंसारी अस्पताल में दाखिल होना चाहता है. इसीलिए खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर अदालत से हॉस्पिटल में भर्ती होने की अनुमति मांगी थी. मोहाली कोर्ट में मुख्तार अंसारी की तरफ से याचिका लगाई गई है कि उसे अस्पताल में दाखिल किया जाए. मोहाली कोर्ट ने उसकी एप्लीकेशन को स्वीकार कर लिया और इस मामले में अगली सुनवाई 12 अप्रैल के लिए तय कर दी.
हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार मुख्तार अंसारी को यूपी जेल अथॉरिटिज और यूपी पुलिस को सौंपने का वक्त इस तारीख से पहले ही पूरा हो रहा है. ऐसे में क्या पंजाब सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक मुख्तार अंसारी को यूपी जेल और यूपी पुलिस के सुपुर्द करेगी, अभी इस पर सस्पेंस बना हुआ है.
इधर, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को यूपी लाए जाने के मामले में राज्य सरकार ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को आदेश दिया है कि दो हफ्ते के भीतर मुख्तार को यूपी सरकार को सौंपा जाए. साथ ही अदालत मुख्तार अंसारी को पहले यूपी की बांदा जेल में रखने का फरमान सुनाया है.
सुप्रीम कोर्ट से फरमान जारी होने के बाद यूपी जेल प्रशासन का कहना है कि वैसे तो हमारे पास प्रोटोकॉल के तहत हमेशा पुख़्ता इंतज़ाम रहते हैं, लेकिन मुख्तार के मामले में सारे पहलुओं को ध्यान में रखकर इंतज़ाम किए गए हैं. उन्हें बांदा में एक सुरक्षित सेल में रखा जाएगा, जहां किसी भीतरी आदमी से खतरा ना हो सके.
यूपी में दर्ज मुकदमों के आधार पर सुनवाई के लिये बांदा जेल में व्यवस्था की जायेगी. गौरतलब है कि सुरक्षित कोविड प्रोटोकॉल के चलते संभव है कि मुख़्तार की अदालत में पेशी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के ज़रिये होगी. उसके बाद अदालत के आदेश पर उसे यूपी में दर्ज मामलों के लिये पुलिस को पूछताछ के लिये सौंपा जा सकता है.
मुख्तार को पंजाब की रोपड जेल से लाने के लिये किसी भी विशेष टीम का गठन नहीं किया गया है, क्योंकि यूपी के गृह विभाग का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक पंजाब से यूपी की बांदा जेल तक मुख़्तार को पहुँचाना पंजाब पुलिस की जिम्मेदारी है. लिहाज़ा अगर पंजाब पुलिस किसी तरह की मदद चाहती है तो यूपी पुलिस तैयार है. बाकी यूपी सरकार के निर्देश के अनुसार यूपी पुलिस काम करेगी.
जानकारी के मुताबिक यूपी में आने के बाद मुख्तार अंसारी का हेल्थ और कोरोना चेकअप कराया जायेगा. और निगेटिव रिपोर्ट आने बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी. यूपी में जेल में मुख्तार की बैरक की सुरक्षा कड़ी रहेगी. मुख्तार के परिवार वाले पहले ही आशंका जता चुके हैं कि यूपी में उनकी जान को खतरा है.
गौरतलब है कि यूपी जेल के भीतर मुख्तार के करीबी मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद समेत कई बड़े अपराधी अपनी जान की सलामती के लिये आवाज़ उठा चुके हैं.