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दिल्ली: राबिया केस की जांच CBI से करवाने की मांग, क्रूरता से की गई थी हत्या

राबिया को इंसाफ दिलाने की मांग अब तेज होती जा रही है. घरवाले पुलिस की जांच को लेकर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं और एक बड़ी साजिश के तहत राबिया की हत्या बता रहे हैं.

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निजामुद्दीन और राबिया
निजामुद्दीन और राबिया
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं परिजन
  • 27 अगस्त को क्रूरता से हुई थी राबिया की हत्या
  • सीबीआई से मामले की जांच करवाने की मांग

राबिया को इंसाफ दिलाने की मांग अब तेज होती जा रही है. घरवाले पुलिस की जांच को लेकर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं और एक बड़ी साजिश के तहत राबिया की हत्या बता रहे हैं. राबिया को इंसाफ दिलाने के लिए पिछले 2 हफ्ते से लगातार कैंडल मार्च और विरोध प्रदर्शन किए जा रहे. लोग मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग कर रहे हैं. 

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27 अगस्त को संगम विहार इलाके की रहने वाली राबिया की फरीदाबाद के सूरजकुंड इलाके में ले जाकर बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. राबिया के शरीर पर 50 से भी ज्यादा चाकुओं के घाव मिले थे. हत्यारों ने क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए उसके शरीर को अलग अलग टुकड़ों में काट दिया था.

 उसके गले और सीने के हिस्से को बड़ी ही बेरहमी से काटा गया था. हत्या के बाद निजामुद्दीन नाम के आरोपी ने कालिंदीकुंज थाने में जाकर सरेंडर कर दिया और पुलिस को पूरी वारदात की जानकारी दी. इसके बाद पुलिस ने तुरंत फरीदाबाद पुलिस से संपर्क किया और निजामुद्दीन की बताई जगह पर जब पुलिस पहुंची तो हैरान रह गई.

निजामुद्दीन और राबिया दोनों ही सिविल डिफेंस कर्मी थे और साउथ ईस्ट डीएम ऑफिस में काम करते थे. यहीं दोनों की मुलाकात हुई थी. आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने राबिया से कोर्ट मैरिज की थी, लेकिन इस बात की जानकारी दोनों ने ही लोगों के घरवालों को नहीं थी. घरवाले इसके पीछे एक बड़ी साजिश बताते हुए जांच सीबीआई से करवाने की मांग कर रहे.

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