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छत्तीसगढ़ः 2022 में बढ़े हत्या-लूट-चोरी के मामले, रायपुर पुलिस ने जारी किए आंकड़े

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की पुलिस ने साल 2022 में हुए अपराध से जुड़े आंकड़े जारी कर दिए हैं. रायपुर पुलिस की ओर जारी किए गए वार्षिक आंकड़ों के मुताबिक राजधानी में हत्या, लूट और चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं. रायपुर पुलिस के ये आंकड़े ऐसे समय में सामने आए हैं, जब विपक्षी बीजेपी सरकार के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार किए हुए है.

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रायपुर पुलिस ने जारी किए अपराध के आंकड़े (प्रतीकात्मक तस्वीर)
रायपुर पुलिस ने जारी किए अपराध के आंकड़े (प्रतीकात्मक तस्वीर)

छत्तीसगढ़ में आपराधिक घटनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सत्ताधारी कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. बीजेपी की ओर से लगातार कांग्रेस पार्टी और सूबे की सरकार पर लगातार हमलावर है. बीजेपी आरोप लगाती रही है कि सूबे में जबसे कांग्रेस की सरकार बनी है, अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. बीजेपी अपराध के मसले पर भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार को विधानसभा से लेकर सड़क तक घेरने की तैयारी में थी. अब इसे लेकर रायपुर पुलिस ने इससे संबंधित आंकड़े जारी किए हैं.

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रायपुर में पुलिस ने अपराध के आंकड़े ऐसे समय में जारी किए हैं, जब साल 2022 जा रहा है और लोग 2023 के आगमन पर जश्न की तैयारी के साथ चालू वर्ष में क्या खोया, क्या पाया का हिसाब करने में जुटे हैं. रायपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रशांत अग्रवाल ने ने बताया कि साल 2021 के मुकाबले 2022 में क्राइम का ग्राफ राजधानी में बढ़ा है. इस साल सड़क हादसों में 500 से अधिक लोगों की जान गई जबकि हत्या की 70 घटनाएं हुई हैं जिनमें 136 लोगों की गिरफ्तारी की गई है.

उन्होंने बताया कि हत्या के प्रयास की भी 115 घटनाएं हुई थीं जिनमें 219 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. डकैती के मामले में 43 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. लूट के 98 मामले सामने आए जिनमें पुलिस ने 212 लोगों को गिरफ्तार किया. साल 2021 में रायपुर के सभी थानों में कुल 13132 एफआईआर दर्ज की गई थी.

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रायपुर पुलिस की ओर से जारी सालाना रिपोर्ट के मुताबिक ठगी, साइबर अपराध, अवैध शराब, नशे के अवैध कारोबार से जुड़े 420 मामले दर्ज हुए. पुलिस की तरफ से कहा गया है कि अधिकांश मामलों में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस ने अपराध के मामलों में इजाफे को लेकर कहा कि कुछ केस इसलिए भी बढ़े हैं क्योंकि पुलिस ने एक्टिव होकर रिपोर्ट दर्ज की है. मोबाइल छीने जाने के मामलों को भी लूट में शामिल किया गया है. इस वजह से साल 2021 के मुकाबले इस साल लूट के केस बढ़े हैं.

पुलिस ने बरामद किए 697 चाकू

रायपुर पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत 754 मामले में 764 लोगों को खिलाफ कार्रवाई की है. साल 2021 में आर्म्स एक्ट के तहत 292 मामलों में 314 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. साल 2022 में अलग-अलग बदमाशों ने 697 चाकू, 165 तलवार, 5 रिवाल्वर, 13 देसी कट्टे, 32 कारतूस, 3 गड़ासे और एक एयर गन समेत अन्य हथियार बरामद किए गए हैं.

4 करोड़ की फाइन वसूली

रायपुर शहर के लोगों ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने में भी 2021 का रिकॉर्ड तोड़ दिया. साल 2021 में ट्रैफिक उल्लंघन के 67  हजार मामले सामने आए थे और पुलिस ने 2 करोड़ 91 लाख 86 हजार 800 का फाइन वसूला था. साल 2022 में 84 हजार 555 मामलों में चार करोड़ 53 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है. साल 2021 में 1763 में हादसों में 472 लोगों की मौत हुई थी और 1311 लोग घायल हो गए थे. साल 2022 में 1867 सड़क हादसों में 562 लोगों की जान गई है और 1280 लोग घायल हुए.

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रायपुर में गंभीर मामलों की क्या स्थिति है

साल 2021 में हत्या के 56 मामले सामने आए थे जबकि साल 2022 में 70 मामले सामने आए हैं. पुलिस ने आरंग में चार साल बाद और मंदिर हसौद में 2019 की दर्ज के दर्ज हत्या के मामले में आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की थी. पुलिस का दावा है कि लूट के मामले पिछले साल 78 थे जो इस साल 98 हो गए हैं. इनमें 212 लोग को पकड़ा गया. लूट के मामलों में 20% की बढ़ोतरी इस वजह से भी हुई है क्योंकि मोबाइल छिने जाने की घटनाओं को भी लूट में शामिल किया गया है.

रायपुर पुलिस के मुताबिक पिछले साल चोरी की 1462 घटनाएं हुई थीं. इस साल चोरी के 1624 मामले सामने आए हैं. घर या दुकान में घुसकर चोरी करने के 545 मामले पिछले साल हुए थे जिसमें मोबाइल फोन, गहने, बाइक समेत करीब पांच करोड़ के सामान चोरी हुए थे. इस साल 7 करोड़ 18 लाख की चीजें चोरी हुई हैं जिनमें से 4 करोड़ 20 लाख की चीजें बरामद कर ली गई हैं. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपराध को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है.

गौरतलब है कि ये आंकड़े केवल रायपुर के हैं. प्रदेश में अपराध के बढ़े ग्राफ को लेकर बीजेपी सरकार को विधानसभा में घेरने की तैयारी में है. 2 जनवरी से छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है. ऐसे में सरकार के सामने विपक्ष के तीखे वार का जवाब दे पाना आसान नहीं होगा.

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