राजस्थान में एंटी करप्शन ब्यूरो ने यूपी के गाजीपुर के अफीम फैक्ट्री के महाप्रबंधक की गाड़ी से 16 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं. इन महाप्रबंधक के पास मध्य प्रदेश के नीमच के अफीम फैक्ट्री का भी अतिरिक्त चार्ज था. भारत सरकार के आईआरएस अधिकारी शशांक यादव ने अपने स्कॉर्पियो गाड़ी पर पुलिस लिखवा रखा था और लाल-नीली बत्ती लगवा रखी थी. आरोप है कि प्रत्येक किसान से 80 हज़ार रुपये बतौर कमीशन वसूला जा रहा था.
एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा दफ्तर और निवास की तलाशी ली जा रही है. अधिकारी के पास से 16 लाख रुपए बरामद हुए हैं. जिनमें से 15 लाख रुपये स्कॉर्पियो गाड़ी के अंदर मिठाई के डिब्बे में रखे हुए थे. बाकी के एक लाख रुपये आरोपी के पर्स में थे.
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद के रहने वाले IRS अधिकारी शशांक यादव को कोटा के हैंगिंग ब्रिज पर आकस्मिक चेकिंग के दौरान पकड़ा गया. एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि एंटी करप्शन ब्यूरो को यह सूचना मिली थी कि अफ़ीम की खेती के पट्टे और क्वालिटी के नाम पर राजस्थान समेत दूसरे राज्यों में कमीशन का खेल चल रहा है.
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राजस्थान ACB की ताबड़तोड़ कार्रवाई
राजस्थान में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने पिछले महीने भी बड़ी कार्रवाई की थी. जब जयपुर में लेबर कमिश्नर प्रतीक जागड़िया को ACB ने तीन लाख रूपये घूस लेते हुए गिरफ़्तार कर लिया था. इस कार्रवाई में दो और लोगों को भी एंटी करप्शन ब्यूरो ने दबोचा.
ये कार्रवाई डीजी बीएल सोनी, एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन पर की गई थी. राजस्थान में ACB की कार्रवाई कई और जगहों पर भी चल रही है. इसी क्रम में राजस्थान के आर्थिक मुख्य सलाहकार परिषद के विशेषाधिकारी रवि मीणा और निजी व्यक्ति अमित शर्मा को भी गिरफ़्तार किया गया था. इनके ज़रिए ही राजस्थान का श्रम आयुक्त करौली, सवाईमाधोपुर और चित्तौड़गढ़ में अधिकारियों द्वारा जमा की गई रिश्वत की रक़म राजस्थान के श्रम आयुक्त को देने के लिए लाया गया था.