राजस्थान के चर्चित बरकत खां हत्याकांड का खुलासा जालोर पुलिस ने कर दिया है. हत्या के आरोप में पुलिस ने एक दंपति को गुजरात के अहमदाबाद से गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, बरकत का कत्ल अवैध संबंध के चलते उसकी शादीशुदा प्रेमिका और उसके पति ने मिलकर किया था. पहले दोनों ने बरकत का मर्डर किया और फिर अपने खेत में ही उसकी लाश का जला दिया था. इसके बाद उसके शरीर के अवशेष कुएं में डालकर फरार हो गए थे.
जालोर के पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि 16 जुलाई को भीनमाल निवासी रज्जाक खां ने अपने चाचा बरकत खां का अपहरण हो जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिस पर एएसपी अनुकृति उज्जैनिया और सीओ शंकर लाल के सुपरविजन में थानाधिकारी दुलीचंद और थानाधिकारी रामसीन अरविन्द कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया था. पुलिस बरकत की तलाश में जुट गई थी.
पुलिस टीम को सीसटीवी फुटेज, कॉल डिटेल, सर्विलांस और गुप्त सुत्रों से पता चला कि घटना के दिन 15 जुलाई को बरकत ने अपनी कार में एक महिला और छोटे बच्चे को बैठाया था. सीसीटीवी फुटेज में दिखने वाली वो महिला हरिया देवी थी. पुलिस ने फुटेज के आधार पर उस महिला के घर पर दबिश दी तो पता चला कि वो महिला और उसका पति बीवी बच्चे समेत फरार है.
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जांच टीम ने पता लगाया कि महिला और उसका परिवार अहमदाबाद में हैं. इस सूचना पर में थानाधिकारी दुलीचन्द मय टीम के अहमदाबाद रवाना हो गए. जहां पुलिस ने हरिया देवी (35) और उसके पति गलबा राम (40) को हिरासत में ले लिया. दोनों को दस्तयाब कर पुलिस वापस जालोर ले आई. फिर दोनों से थाना भीनमाल में लाकर पूछताछ की गई.
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि हरिया देवी का मायका पावली गांव में है. जहां मृतक बरकत खां की आटा चक्की थी. हरिया देवी वहां आटा पिसवाने जाती थी. इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए. कुछ समय बाद हरिया देवी के पति गलबा राम को इस बात का पता चल गया. तब गलबा ने पहले हरिया देवी को धमकाया और फिर उसके साथ मिलकर बरकत खां को मारने की योजना बनाई.
योजना को अमली जामा पहनाते हुए 15 जुलाई को गलबा राम भीनमाल आया. जहां उसने बरकत खां का पीछा किया. सुबह 10 बजे बरकत गैराज में टैम्पो ठीक करवा रहा था. गलबा ने इसी दौरान अपनी पत्नी हरिया को कॉल कर भीनमाल बुलाया. हरिया देवी बरकत के पास गई और उसे खानपुर छोड़ने के लिए कहा. दोनों करीब 11 बजे वहां से निकल गए. उनके दोनों के पीछे गलबा राम भी बाइक पर चल रहा था.
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जैसे ही बरकत हरिया देवी के साथ उनके घर पहुंचा, तभी पीछे से आकर गलबा राम ने उसे पकड़ लिया और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद शातिर दिमाग गलबा राम बरकत का टैम्पों लेकर सरहद नरता गया. उसने टैम्पों वहीं छोड़ दिया और बरकत का मोबाइल फोन पास के खेतों में फेंक दिया. इसके बाद वो अपने घर वापस आ गया.
अब गलबा राम ने लाश को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया. वो अपनी पत्नी की मदद से बरकत की लाश को अपने खेत में ले गया और वहां लकड़ियों से लाश को जला दिया. यही नहीं उसने जली हुई लाश के अवशेष और राख आदि अगले दिन पास के कुएं में फेंक दिए. फिर दोनों अपने बच्चे के साथ लेकर अहमदाबाद चले गए. जहां से पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की निशानदेही पर खेत और कुएं से लाश के अवशेष और नरता के खेतों से मृतक का मोबाइल फोन पुलिस ने बरामद कर लिया है.