जाप प्रमुख पप्पू यादव द्वारा भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के MPLAD से खरीदकर रखी गईं, तमाम एम्बुलेंसों को मीडिया के सामने सार्वजनिक करने के बाद शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस वाकये के बाद सारण के भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने इस बाबत ना सिर्फ प्रेस रिलीज कर पप्पू यादव का जवाब दिया, बल्कि पप्पू यादव के आपराधिक इतिहास की भी याद दिलाई, साथ ही वीडियो बयान जारी कर सभी एम्बुलेंसों के लिए चालकों की व्यवस्था कर सारण में चलवाने की चुनौती भी दे डाली.
रूडी के द्वारा दी गई इस चुनौती के जवाब में अगले ही दिन पप्पू यादव ने मीडिया के कैमरों के सामने ही चालकों की परेड करवा डाली. इसके बाद रूडी के समर्थकों द्वारा सोशल मीडिया सहित तमाम प्लेटफ़ॉर्म पर पप्पू यादव के खिलाफ अभियान चलाया जाने लगा. दोनों पक्षों के समर्थक एक दूसरे से सोशल मीडिया पर भिड़ंत में लगे रहे,
इस मामले पर नीतीश सरकार ने दो कदम आगे बढ़ाते हुए पप्पू यादव को महामारी एक्ट का उल्लंघन करने के आरोप में उनको पटना स्थित आवास से उठाकर थाने में लगभग 9 घण्टे तक डिटेन किया और उसी रात लगभग 32 वर्ष पुराने अपहरण के मामले में मधेपुरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार करके रातों रात जेल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
रूडी के MPLAD फंड से अनुशंसित पंचायत एम्बुलेंस सेवा के एम्बुलेंसों की खबर आजतक पर चलने के बाद, जब आज विश्वप्रभा केंद्र का जायजा आजतक संवाददाता ने लिया तो यह देखने में आया कि यहां सिर्फ 8 एम्बुलेंस ही पड़ी हैं, जिसमें 3 एम्बुलेंस को तथाकथित रूप से रूडी के समर्थकों के कथनानुसार पप्पू यादव ने अपने समर्थकों से क्षतिग्रस्त करवाया है. इन्हीं क्षतिग्रस्त एम्बुलेंसों को आधार बनाकर स्थानीय अमनौर थाने में पप्पू यादव के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है, साथ ही अमनौर CO द्वारा भी महामारी के दौरान बिना पास के गाड़ियों के काफिले के साथ घूमने के कारण प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है.
मामला सामने आने वाले दिन जितनी तादाद में एम्बुलेंस रखीं थीं आज उनमें से बहुत सारी एम्बुलेंस यहां से हटा दी गई हैं, हटाकर कहां रखी गई हैं, इस संबंध में कोई भी ऑन कैमरा या ऑफ कैमरा कुछ भी बोलने को तैयार नही है, रूडी के मीडिया सेल देखने वाले व्यक्ति को भी फोन करने पर उनके द्वारा फोन नही उठाया गया, इस कोरोना काल मे जहां एक-एक एम्बुलेंस के लिए मारा मारी है, वहां इस तरह की घटनाएं काफी कुछ सोचने पर मजबूर कर देती हैं, इस वैश्विक महामारी में स्थानीय भाजपा सांसद की इस भूमिका पर कहीं ना कहीं सवालिया निशान ही लग रहा है.