राजस्थान के धौलपुर जिले में एक युवक ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर 15 वर्षीय नाबालिग दलित छात्रा को बंधक बना कर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. पीड़िता का अस्पताल में इलाज चल रहा हैं. पुलिस ने गुरूवार को पीड़िता का बयान लेकर दुष्कर्म और पॉक्सो की धाराओं में मामला दर्ज किया हैं. पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
15 वर्षीय नाबालिग एक सरकारी स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ती है. उसके परिजनों ने नाबालिग को पेट दर्द होने की शिकायत पर 13 दिसंबर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. जब दो दिनों तक नाबालिग की हालत में सुधार नहीं हुआ तो जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. समरवीर सिंह सिकरवार ने मनोरोग चिकित्सक डॉ. सुमित मित्तल से नाबालिग का इलाज शुरू कराया.
काउंसलिंग में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
डॉ. सुमित मित्तल ने नाबालिग से पूछताछ कर काउंसलिंग की तो विक्टिम ने जो बयान किया उसे सुनकर सबके होश उड़ गए. पीड़िता ने बताया कि एक युवक ने उसको बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और अश्लील फोटो भी खींच लिए. आरोपी युवक ने घरवालों से कुछ भी नहीं बताने पर फोटो वायरल करने की भी धमकी दी है, जिसके कारण वह चुपचाप रही. मनोचिकित्सक को काउंसलिंग के दौरान दुष्कर्म की जानकारी सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी. महिला थाना पुलिस अस्पताल पहुंची और पीड़ित नाबालिग के बयान लेकर मामला दर्ज किया.
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल नाबालिग का मेडिकल बोर्ड से मेडिकल कराया और टीम गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस को पीड़िता ने बताया कि वह 12 दिसम्बर को स्कूल की छुट्टी होने के बाद अपनी दो सहेलियों के साथ घर जा रही थी. तभी दो युवक बाइक पर आए और मेरा स्कूल बैग छीन कर ले गए.
धमकी भी दी
जब पीड़ित नाबालिग 13 दिसंबर को अपनी दोनों सहेलियों के साथ अपना बैग लेने आरोपी के घर पहुंची तो वहां मौजूद आरोपियों ने उसकी दोनों सहेलियों को भगा दिया. उसके बाद आरोपी युवक ने अपने दो दोस्तों के सामने उसे अपने घर में बंधक बना कर जबरन दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. इसके बाद आरोपी युवक ने पीड़ित नाबालिग के अश्लील फोटो भी खींच लिए और घर पर कुछ नहीं बताने की धमकी दी.
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. समरवीर सिंह सिकरवार ने बताया कि जिला अस्पताल में 13 दिसम्बर को 15 वर्षीय नाबालिग बच्ची को उसके परिजनों द्वारा फीमेल वार्ड में भर्ती कराया गया. उस बच्ची को मनोचिकित्सक को दिखाया गया. जिसकी काउंसिलिंग करने पर बच्ची और उसके परिजनों ने बताया कि उसके साथ दुष्कर्म की घटना हुई है. जिला अस्पताल प्रबंधन ने शीघ्र ही महिला पुलिस थाने को सूचना दी और नाबालिग का लीगल मेडिकल कराया गया. बच्ची का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है.