धर्म के नाम पर लोगों की आस्था से खिलवाड़ करने का इतिहास बहुत पुराना है. स्वयंभू संत आसाराम बापू, राम रहीम से लेकर इच्छाधारी बाबा तक, हमारे सामने ऐसे अनेकों नाम हैं, जो साधु का चोला पहनकर लोगों से धोखाधड़ी करते रहे हैं. महिलाओं और लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बनाते रहे हैं. लेकिन यह भी सच है कि पाप का घड़ा भरने के बाद फूटता जरूर है. इन सबके साथ भी ऐसा ही हुआ. इनके पाप की फेहरिस्त जब लंबी हुई, तो कानून का हाथ गिरेबान तक पहुंच गया. आज ये सभी सलाखों के पीछे हैं.
इसी कड़ी में एक नया नाम सामने आया है. साहेबलाल वजीर शेख उर्फ यूसुफ बाबा. इसकी काली करतूतों की कहानी इतनी घिनौनी है जिसे सुनकर कोई भी सन्न रह जाए. इसके साथ पूरा एक गिरोह काम करता था. जो भोली भाली और हालात की मारी गरीब महिलाओं और लड़कियों को फंसाने का काम करता था. सबसे पहले किसी महिला या लड़की को शिकार बनाया जाता. उसे यूसुफ बाबा के पास ये कहकर लाया जाता कि वो सारी परेशानियों का खत्म कर देगा. उनके पास पैसों का ढेर लगा देगा. उन्हें अमीर बना देगा.
यूसुफ बाबा सबसे पहले अपने शिकार को झांसे में लेता. इसके बाद काले जादू के नाम पर तांत्रिक अनुष्ठान करने की बात कहता. इस अनुष्ठान में महिलाओं से कपड़े उतारकर निर्वस्त्र होने के लिए कहा जाता. फिर कहा जाता कि स्वयंभू बाबा के अंदर एक आत्मा आ गई है. वो महिला के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए कह रही है. ऐसा करने पर वो आत्मा तृप्त हो जाएगी और पैसों की बारिश करेगी. हैवानों के जाल में फंसी महिलाएं मजबूरन ऐसा करने के लिए बाध्य हो जाती. इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया जाता.
इसी वीडियो के जरिए महिलाओं और लड़कियों को ब्लैकमेल किया जाता. उन्हें दूसरों लोगों के साथ सोने पर मजबूर किया जाता. इस तरह दरिंदा बाबा पूरे एक सेक्स रैकेट को संचालित कर रहा था. इज्जत जाने के डर और पैसे कमाने की लालच में महिलाओं अपना मुंह बंद करके इस गंदे धंधे को करने के लिए मजबूर थी. लेकिन एक दिन एक केस ने इस पूरे रैकेट का भंड़ाफोड़ कर दिया. दरअसल, ठाणे के राबोडी से एक 15 वर्षीय लड़की अचानक लापता हो गई. उसके परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी.
पुलिस ने सफलतापूर्वक गायब हुई लड़की को खोज निकाला. उससे पुलिस स्टेशन में जब पूछताछ की गई तो लोगों के होश उड़ गए. पीड़िता की निशानदेही पर उसे अगवा करने वाले असलम खान (54) और सलीम शेख (45) को 25 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया गया. उनसे कड़ाई से पूछताछ करने के बाद इस सेक्स रैकेट और उसके सरगना के बारे में पुलिस को पता चल गया. असलम के मोबाइल फोन में स्वयंभू बाबा यूसुफ की काली करतूतों से जुड़े कई सबूत मिले, जिसके आधार पर पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस के मुताबिक, इस गैंग के निशाने पर गरीब महिलाएं होती थीं. वो उन्हें काले जादू के जरिए धन दिलाने का लालच देकर अपनी जाल में फंसा लेते थे. आरोपियों ने तांत्रित अनुष्ठानों के अपने मोबाइल में रिकॉर्ड किया था, जो उनके फोन में पाए गए हैं. पुलिस इंस्पेक्टर कृष्णा कोकनी ने बताया कि इस गैंग ने 17 से अधिक महिलाओं को फंसाया था. उनके खिलाफ अपहरण, बलात्कार, धोखाधड़ी के आरोप में आईपीसी की संबंधित धाराओं, पॉक्सो एक्ट, काला जादू रोकथाम उन्मूलन अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है.
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बताते चलें कि पिछले महीने भी ठाणे में एक बड़े सेक्स रैकेट का पुलिस ने खुलासा किया था. इस मामले में चार पुरुषों और तीन महिलाओं को पकड़ा गया था. सेक्स रैकेट एक लॉज में संचालित किया जा रहा था. इसके बारे में नवी मुंबई के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल (एएचटीसी) को सूचना मिली थी. इसके बाद पुलिस ने जानकारी पुख्ता करने के लिए मौके पर एक नकली ग्राहक को भेजा. जब ये बात कन्फर्म हो गई कि सूचना सही है तो पुलिस ने नेरुल क्षेत्र के शिरावने में राज इन लॉजिंग एंड बोर्डिंग के परिसर पर छापा मार दिया.
पुलिस टीम ने तीन एजेंटों के साथ ही लॉज के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान पुलिस को तीन महिलाएं भी मौके पर मिलीं, जिनसे जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था. महिलाओं को एक आश्रय स्थल में भेज दिया गया. पुलिस इंस्पेक्टर पृथ्वीराज घोरपड़े ने बताया था कि देह के दलाल वेबलिंक और वॉट्सएप के माध्यम से ग्राहकों के साथ बातचीत करते थे. इसके बाद महिलाओं की तस्वीरें भेजते थे. सौदा तय होने के बाद ग्राहकों को लॉज में रूम बुक करने को कहा जाता था. वहां महिलाओं को भेजा जाता था.