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रेवन्ना सेक्स स्कैंडल: 14 दिन की न्यायिक हिरासत में प्रज्वल, CID ने सूरज पर कसा शिकंजा

कर्नाटक के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल में फंसे जेडीएस नेता प्रज्वल रेवन्ना को कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. वो 8 जुलाई तक जेल में रहेंगे. इसके बाद फिर उनके मामले में सुनवाई होगी. दूसरी तरफ पार्टी वर्कर के साथ समलैंगिक संबंध बनाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए सूरज को कोर्ट में पेश किया गया.

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कर्नाटक के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल में तेजी से जांच कर रही है सीआईडी.
कर्नाटक के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल में तेजी से जांच कर रही है सीआईडी.

कर्नाटक के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल में फंसे जेडीएस नेता प्रज्वल रेवन्ना को कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. वो 8 जुलाई तक जेल में रहेंगे. इसके बाद फिर उनके मामले में सुनवाई होगी. दूसरी तरफ अपने ही पार्टी के वर्कर के साथ जबरन समलैंगिक संबंध बनाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए प्रज्वल के छोटे भाई सूरज को कोर्ट में पेश किया गया. इस मामले की जांच कर रही सीआईडी ने उनकी कस्टडी की मांग की है.

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सीआईडी ​​को रविवार शाम सूरज रेवन्ना के केस से संबंधित फाइलें और दस्तावेज मिल गए हैं. सीआईडी ​​ने पूछताछ के लिए उनको हिरासत में लेने के लिए बॉडी वारंट की मांग करते हुए याचिका दायर की है. इस मामले में अशोक नाइक को विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया गया है. सूरज के वकील ने सीआईडी कस्टडी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि वो खुद पुलिस के सामने पेश हुए थे. ऐसे में उनकी 14 दिन की हिरासत की क्या जरूरत है.

इस पर सरकारी वकील ने दलील दी कि जांच, सबूतों के संग्रह और क्राइम सीन के रिक्रिएशन के लिए सूरज रेवन्ना का होना जरूरी है. सूरज की मोबाइल चैट डिलीट कर दी गई है और अपराध के दिन उन्होंने जो कपड़े पहने थे, वो भी नहीं मिल रहे हैं. पीड़िता और सूरज के बीच हुई बातचीत का ऑडियो सबूत के तौर पर पेश किया गया है. सूरज के वकील ने कहा कि मेडिकल टेस्ट सहित सभी जरूरी प्रक्रियाएं पूरी करने के लिए दो दिन काफी हैं.

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इस मामले में प्रज्वल और सूरज के पिता एचडी रेवन्ना ने रविवार को कहा था कि उनके बेटों को साजिश के तहत फंसाया गया है. उन्हें भगवान और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा कि जब समय आएगा तो वो सब कुछ बताएंगे. उन्होंने कहा था, "मैं किसी भी बात पर प्रतिक्रिया नहीं दूंगा. सीआईडी को जांच करने दीजिए. किसने कहा कि जांच मत करो? मैं इस पर अभी कुछ नहीं कहूंगा. मैं न्यायपालिका का सम्मान करता हूं.''

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एचडी रेवन्ना ने कहा- मैं ऐसी साजिशों से नहीं डरूंगा!

उन्होंने आगे कहा था, "मैं ऐसी साजिशों से नहीं डरूंगा. मैं जानता हूं कि यह क्या है. सब समय तय करेगा." यह पूछे जाने पर कि साजिश कौन कर रहा है, तो उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता, मैं इसे आप पर छोड़ता हूं. मेरा बेटा सूरज पहले ही पुलिस के पास गया था. सभी जानते हैं कि पिछले कुछ दिनों में क्या हुआ है." सूरज रेवन्ना ने भी अपने उपर लगे सभी आरोपों का स्पष्ट रूप से खंडन किया है. उन्होंने पहले ही शिकायतकर्ता के खिलाफ केस किया था.

पार्टी वर्कर ने लगाया समलैंगिक संबंध बनाने का आरोप

शनिवार को जेडीएस के एक पार्टी वर्कर ने हासन के होलनरसिपुरा पुलिस स्टेशन में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी. उसने अपनी तहरीर में लिखा, ''सूरज रेवन्ना ने मुझे 16 जून को अपने फार्म हाउस पर बुलाया था. वहां उन्होंने बहुत अच्छे से बात की, लेकिन मैं तब हैरान रह गया जब उन्होंने अपना हाथ मेरे कंधे पर रख दिया और मेरे कानों को छूने लगे. मैं डर गया. उन्होने कहा कि चिंता मत करो, मैं तुम्हारे साथ रहूंगा. फिर उन्होंने मेरे होंठ को चूमना और काटना शुरू कर दिया. मैंने उन्हें धक्का देकर दूर धकेल दिया. इस पर वो चिल्लाने लगे. उन्होंने कहा कि तुम फार्महाउस में अकेले हो. तुम मेरे बारे में नहीं जानते.''

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पीड़ित ने कहा- प्राइवेट पार्ट छुआ, कपड़े उतारे और...

इसके बाद सूरज रेवन्ना ने उसे धमकी दी कि यदि उसने सहयोग नहीं किया तो वो उसे मार देंगे. फिर वो उसे अपने कमरे में ले गए और गले लगा लिया. उसके गालों को काटना शुरू कर दिया. अश्लील बातें करने लगे. यहां तक कि उसके प्राइवेट पार्ट छूने लगे. अपने कपड़े भी उतार दिए. फिर उसके साथ जबरन अप्राकृतिक संबंध बनाया. इससे पहले सूरज रेवन्ना ने भी शिकायतकर्ता सहित दो लोगों के खिलाफ ब्लैकमेल करने के आरोप में केस दर्ज कराया था. 

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सूरज रेवन्ना ने लगाया है ब्लैकमेल करने का आरोप

आरोप है कि ये लोग सूरज रेवन्ना को झूठे यौन शोषण के आरोपों में फंसाने के लिए ब्लैकमेल कर रहे थे. एफआईआर के मुताबिक, सूरज रेवन्ना और शिवकुमार ने चेतन और उसके एक रिश्तेदार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें कहा है कि ये लोग सूरज को ब्लैकमेल कर रहे थे. झूठे आरोपों में फंसाने के एवज में पांच करोड़ रुपयों की मांग कर रहे थे. इस मामले में आरोपी चेतन ने सबसे पहले शिवकुमार से दोस्ती की थी. 

'बदनाम करने की धमकी देकर मांगे 5 करोड़ रुपए'

इसके बाद आर्थिक तंगी का हवाला देकर नौकरी के लिए मदद मांगी थी. इसके बाद शिवकुमार ने सूरज रेवन्ना से मुलाकात कराने की बात कही थी. 17 जून को चेतन ने शिवकुमार को बताया कि वो नौकरी मांगने के लिए 16 जून को सूरज के फॉर्महाउस पर गया था, लेकिन उन्होंने किसी भी तरह की मदद से इनकार कर दिया. इसके बाद चेतन ने सूरज को बदनाम करने की धमकी दी थी. इतना ही नहीं उनको ब्लैकमेल करते हुए पांच करोड़ रुपए मांगे थे.

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'मुंह नहीं खोलने के बदले 2 करोड़ रुपए की पेशकश'

हालांकि, पीड़ित ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में कहा है, 'मैंने शिवकुमार (सूरज रेवन्ना के सहयोगी) को घटना के बारे में सूचित किया और कहा कि मैं न्याय के लिए लड़ूंगा. शिवकुमार ने मुझे मुंह नहीं खोलने के बदले 2 करोड़ रुपए की पेशकश की थी. मेरी जान को खतरा था, इस डर से मैं बंगलुरु आ गया. मैं अपने आरोपों के पक्ष में सबूत देने के लिए तैयार हूं'. वहीं शिवकुमार ने आरोप लगाया था कि उस व्यक्ति (कथित पीड़ित) ने झूठे आरोप लगाए हैं.

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