मुंबई की एक अदालत ने अपनी 7 साल की बेटी के साथ यौन दुराचार के आरोपी पिता को 5 साल कैद की सजा सुनाई है. पीड़ित बच्ची दिव्यांग है.
मेड के रूप में काम करने वाली बच्ची की मां के अनुसार उसका पति स्वीपर का काम करता है और उसे शराब की लत है. महिला के अनुसार उनकी शादी हुए 23 साल गुजर चुके हैं, लेकिन उनकी बेटी के जन्म लेने के बाद दोनों के बीच कभी रिश्ते सामान्य नहीं रहे.
मां ने काम करके कुछ पैसे बचाए और उसने पालघर में एक छोटा सा घर खरीदा था. पति से रिश्ते बिगड़ने पर उसने उसे छोड़ दिया और अपने नए घर में रहने लगी. 2018 से उसका पति भी इस नए घर में आने लगा और मांग करने लगा कि उसकी पत्नी इस संपत्ति को उसके नाम कर दे.
पत्नी पर दबाव डालने के लिए वो उसके सामने अपनी बेटी के साथ यौन शोषण करने लगा. पहली बार जब मां ने ये देखा तो वो मानसिक रूप से बेहद परेशान हो गई. लेकिन इस घटना को वो किसी और को बता न सकी. लेकिन उसका पति फिर आया और वैसी ही हरकत फिर करने लगा. इस बार मां ने घटना उनलोगों को बताई जिसके वहां वह काम करती थी. इसके बाद उन लोगों ने एक एनजीओ से संपर्क साधा. एनजीओ ने इस मामले में केस दर्ज कराने में महिला की मदद की.
हालांकि बीमार बच्ची अदालत में बयान नहीं दे सकी. लेकिन सरकारी वकील गीता शर्मा ने मां और दूसरे लोगों द्वारा दिए गए सबूतों के आधार पर शख्स के अपराध को साबित किया. अदालत ने इस मामले में आरोपी को 5 साल की सजा सुनाई और 11 हजार रुपये का जुर्माना लगाया. इसमें से 8 हजार रुपये बच्ची को मुआवजे के रूप में दिए जाएंगे.
46 साल के आरोपी को 8 जून 2018 को ही गिरफ्तार कर लिया गया था और जेल में था. अब वह बाकी सजा जेल में काटेगा.