scorecardresearch
 

'आफताब से जान को खतरा, टुकड़े करने की देता है धमकी...', 2 साल पहले श्रद्धा ने पुलिस में की थी शिकायत

मुंबई की श्रद्धा वॉल्कर आफताब के साथ दिल्ली के महरौली में एक फ्लैट में लिव इन में रह रही थी. आरोप है कि आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी थी. आफताब के मुताबिक, श्रद्धा उस पर शादी का दबाव डाल रही थी. आफताब ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए. उसने इन टुकड़ों को फ्रिज में रखा था.

Advertisement
X
श्रद्धा और उसकी हत्या का आरोपी आफताब
श्रद्धा और उसकी हत्या का आरोपी आफताब

श्रद्धा मर्डर केस में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. श्रद्धा ने दो साल पहले नवंबर 2020 में पुलिस में आफताब के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. श्रद्धा ने अपनी शिकायत में आफताब से जान को खतरा बताया था. इतना ही नहीं श्रद्धा ने दावा किया था कि आफताब उसके शरीर के टुकड़े टुकड़े करने की धमकी देता है. श्रद्धा ने ये शिकायत मुंबई के तूलिंज पुलिस स्टेशन में दी थी. 

श्रद्धा ने आफताब के खिलाफ शिकायत में कहा था कि वह उसके साथ गालीगलौज और मारपीट करता है. आज उसने मेरी हत्या करने की कोशिश की. वह मुझे धमकी देता है कि वह मेरे शरीर के टुकड़े टुकड़े करके फेंक देता है. वह पिछले 6 महीनों से मेरे साथ मारपीट कर रहा है. लेकिन वह मुझे जान से मारने की धमकी देता है, इसलिए मैं पुलिस के पास नहीं जा सकी. उसके परिजनों को भी इसकी जानकारी है कि वह मेरे साथ मारपीट करता है और मुझे मारने की कोशिश की. 

Advertisement

श्रद्धा ने आगे लिखा था कि अब मेरी उसके साथ रहने की इच्छा नहीं है. वह मुझे ब्लैकमेल करता है, ऐसे में अगर मुझे कुछ भी होता है, इसका जिम्मेदार वही होगा. वह मेरे साथ मारपीट करता है. 

18 मई को हुई थी हत्या

मुंबई की श्रद्धा वॉल्कर आफताब के साथ दिल्ली के महरौली में एक फ्लैट में लिव इन में रह रही थी. आरोप है कि आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी थी. आफताब के मुताबिक, श्रद्धा उस पर शादी को लेकर दबाव डाल रही थी. आफताब ने इसके बाद श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए. उसने टुकड़ों को रखने के लिए एक फ्रिज भी खरीदा था. आफताब ने श्रद्धा के शव के टुकड़ों को फ्रिज में रखा था. वह रोज रात में शव के टुकड़े को महरौली स्थित जंगल में फेंकने जाता था. उसने ऐसा करीब 20 दिन तक किया. 

Advertisement

श्रद्धा जब से आफताब के साथ रिलेशन में थीं, तब से उनके पिता उनसे संपर्क में नहीं थे. लेकिन श्रद्धा की बात उनके एक दोस्त लक्ष्मण से होती थी. जब कई दिनों तक श्रद्धा ने लक्ष्मण के फोन और मैसेज का जवाब नहीं दिया, तब उसने श्रद्धा के पिता को सारी बात बताई. इसके बाद श्रद्धा पुलिस के पास पहुंचीं. पुलिस ने आफताब से पूछताछ की, तो इस पूरे मामले का खुलासा हुआ.


 


 

Advertisement
Advertisement