श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब को कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार को फॉरेंसिक लैब लाया गया. इस दौरान एफएसएल लैब के बाहर सुरक्षा में बीएसएफ जवानों को तैनात किया गया. आफताब की जेल वैन पर सोमवार को हुए हमले को देखते हुए सुरक्षा में इजाफा किया गया है. आफताब पर हमले के बाद दोनों आरोपियों कुलदीप ठाकुर और निगम गुर्जर को गिरफ्तार कर सोमवार रात को जज के सामने किया गया. दोनों को जेल भेज दिया गया है. आईए जानते हैं कि आफताब पर हमला कैसे हुआ और हमला करने वाले आरोपी कौन हैं?
आरोपी आफताब सोमवार शाम को रोहिणी इलाके में एफएसएल दफ्तर से बाहर वैन में सवार होकर तिहाड़ जेल के लिए निकला था. तभी हमलावरों ने अपनी कार आगे खड़ी कर दी और तलवारें लेकर दौड़े. हमलावरों के पास 5 तलवारें थीं. ये पूरा घटनाक्रम 15 मिनट के अंदर हुआ. दिल्ली पुलिस को भी कुछ पल तक घटनाक्रम समझ में नहीं आया. आफताब को ले जा रहे पुलिसकर्मियों में से एक ने हमलावरों को काबू में करने के लिए बंदूक भी निकाली.
दो गिरफ्तार, बाकी की तलाश जारी
पुलिस ने इस मामले में कुलदीप ठाकुर और निगम गुर्जर को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी हिंदू सेना के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं. गुर्जर नाम के हमलावर ने कहा- आफताब को काटना था. हम गुरुग्राम से 15 लोग आए थे. सभी लोग सुबह दिल्ली आ गए थे और वारदात को अंजाम देने की फिराक में बैठे थे. वे लैब के बाहर रैकी करते रहे.
कौन हैं दोनों आरोपी?
पुलिस ने दोनों आरोपियों कुलदीप ठाकुर और निगम गुर्जर को जेल भेज दिया है. कुलदीप ठाकुर कार सेल-परचेज का काम करता है और निगम गुर्जर ट्रक ड्राइवर है. पुलिस ने आरोपियों के पास से तलवारें बरामद की हैं. दोनों आरोपी हिंदू सेना की गुरुग्राम यूनिट के कार्यकर्ता हैं.
वहीं, हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि वे गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की जमानत कराएंगे. उन्होंने कहा कि जिहादी आफताब ने हिंदू लड़की की निर्मम हत्या कर उसके टुकड़े किए. इसके चलते हिंदू सेना के कार्यकर्ता नाराज हैं और उन्होंने ऐसा कदम उठाया. विष्णु गुप्ता ने कहा कि उन्हें ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए था. विष्णु गुप्ता ने कहा कि अगर परिवार का कोई सदस्य कोई गलती कर देता है, तो न चाहते हुए भी परिवार के बाकी लोग उसकी मदद करते हैं. ऐसा ही हिंदू सेना करेगी. हमें कानून पर पूरा भरोसा है.
बढ़ाई गई आफताब की सुरक्षा
आफताब की जेल वैन पर हुए हमले के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन ने दिल्ली पुलिस की थर्ड बटालियन से सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा है. जेल प्रशासन का कहना है कि जेल से बाहर ले जाने और वापस लाने की जिम्मेदारी थर्ड बटालियन की होती है. इसलिए थर्ड बटालियन से कहा गया है कि आफताब को बाहर ले जाने और वापस लाने के दौरान उसकी सुरक्षा बढ़ाई जाए.
12 नवंबर को गिरफ्तार हुआ था आफताब
आरोप है कि आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की गला दबाकर हत्या की थी. दोनों 8 मई से दिल्ली के महरौली में फ्लैट में लिव इन में रह रहे थे. इससे पहले दोनों मुंबई रहते थे. 18 मई को श्रद्धा और आफताब का झगड़ा हुआ था. इसके बाद आफताब ने उसकी हत्या कर दी. इसके बाद आफताब ने उसके शव के 35 टुकड़े कर फ्रिज में रखा. वह रोज रात में महरौली के जंगल में शव के एक टुकड़े को फेंकने जाता था. पुलिस ने आफताब को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया था. अभी उसका पॉलीग्राफी टेस्ट चल रहा है. इसके बाद उसका नार्को टेस्ट होना है.
हत्या में इस्तेमाल हथियार बरामद
दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा की हत्या के बाद टुकड़े करने में इस्तेमाल हथियार बरामद कर लिया है. इसी से आफताब ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए थे. इससे पहले आफताब के फ्लैट से दिल्ली पुलिस ने 5 चाकू बरामद किए थे. पुलिस को आशंका है कि आफताब ने श्रद्धा की हत्या के बाद शव काटने के लिए अलग अलग हथियारों का इस्तेमाल किया है.