Sidhu Moose Wala murder case: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में पुलिस लगातार गिरफ्तारियां कर रही है. सोनीपत के गांव सिरसा के रहने वाले अंकित को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. शूटर अंकित दसवीं क्लास में फेल हो गया था. पढ़ाई में शुरुआत से ही उसका रुझान नहीं था. अंकित परिवार में सबसे छोटा है. उससे से बड़ी चार बहनें और एक भाई है. परिवार के बहुत समझाने के बाद भी अंकित नहीं माना और पिछले 3 महीने से घर पर नहीं पहुंचा.
जानकारी के अनुसार, 19 साल के अंकित ने बेहद कम उम्र में वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया था. वह दसवीं क्लास में फेल हो गया था. उसके बाद जिस समय लॉक डाउन लगा, तब वह फैक्ट्री में नौकरी करता था. उसी दौरान वह अपनी बुआ के घर गया था, जहां उसने मोबाइल चोरी की वारदात को अंजाम दिया था. इस घटना के बाद अंकित लगातार गैंग के बाद गैंग जोड़ता गया और वारदातों को अंजाम देता रहा. अंकित ने अपने परिवार से भी दूरी बना ली है. वह पहले तो घर आ जाता था, लेकिन पिछले 3 महीने से वह घर नहीं पहुंचा.
अंकित के माता-पिता फैक्ट्री में काम करते हैं. अंकित परिवार में सबसे छोटा है. हालांकि उसके माता-पिता और बहन मीडिया के कैमरे के सामने नहीं आए है. सिरसा महज 18 साल की उम्र में ही सिरसा पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल हो गया था. मूसेवाला के कत्ल के बाद पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम अंकित की तलाश में जुटी थी.
पुलिस को जानकारी मिली थी कि सोनीपत का रहने वाला अंकित सिरसा प्रियव्रत फौजी के साथ था. उसने दोनों हाथों से बेहद करीब से सिद्धू मूसेवाला पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं थीं. अंकित करीब एक साल पहले लॉरेन्स बिश्नोई गैंग के सम्पर्क में आया था. इसके बाद राजस्थान में सिरसा ने 2 वारदातों को अंजाम दिया था. अंकित मोनू डागर के संपर्क में आया था. मोनू ने अंकित की मुलाकात अनमोल से कराई और अनमोल के जरिए अंकित बिश्नोई गैंग से जुड़ गया था.
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