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सिंघु बॉर्डर हत्या: कोर्ट में तीनों आरोपियों ने जुर्म कुबूला, 6 दिन की पुलिस रिमांड में भेजे गए

जिन तीन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया था उनका नाम नारायण सिंह, भगवंत सिंह व गोविंद प्रीत सिंह है. कोर्ट में तीनों ने कबूल कर लिया है कि उन्होंने ही लखबीर सिंह की हत्या की थी. वहीं ये भी बताया गया था कि ये तीनों एक दूसरे को नाम से नहीं जानते हैं.

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आरोपियों को 6 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया (सांकेतिक फोटो)
आरोपियों को 6 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया (सांकेतिक फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोर्ट में तीनों आरोपियों ने जुर्म कुबूला
  • 6 दिन की पुलिस रिमांड में भेजे गए

सिंघु बॉर्डर हत्या मामले में सोनीपत क्राइम ब्रांच ने तीन मुख्य आरोपियों को कोर्ट में पेश किया था. मांग की गई थी कि इनकी 14 दिन की पुलिस रिमांड दी जाए. अब कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है. 14 दिन की तो नहीं, लेकिन तीनों आरोपियों को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है.

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सिंघु बॉर्डर मामले में कोर्ट का फैसला

जिन तीन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया था उनका नाम नारायण सिंह, भगवंत सिंह व गोविंद प्रीत सिंह है. कोर्ट में तीनों ने कबूल कर लिया है कि उन्होंने ही लखबीर सिंह की हत्या की थी. वहीं ये भी बताया गया था कि ये तीनों एक-दूसरे को नाम से नहीं जानते हैं. इनकी पहले से कोई जान-पहचान भी नहीं है. ये सिर्फ एक-दूसरे को चेहरे के जरिए पहचान पाते हैं.

कोर्ट में ये भी बताया गया कि नारायण सिंह ने पहले मृत लखबीर के हाथ काटे थे, इसके बाद भगवंत सिंह और गोविंद प्रीत सिंह ने उसके शव को लटका दिया था.

पुलिस ने मांग की थी कि केस की संवेदनशीलता को देखते हुए उन्हें सभी आरोपियों की 14 दिन की रिमांड चाहिए. वे आगे की जांच में इन तीनों का सहयोग चाहते थे. लेकिन अभी के लिए सिविल जज जूनियर डिविजन किमी सिंगला की कोर्ट ने आरोपियों की सिर्फ 6 दिन की पुलिस रिमांड दी है. आदेश देते समय ये भी कहा गया कि आरोपियों का रोज मेडिकल चेकअप करवाया जाएगा, वहीं इसकी डीडी में एंट्री भी नियमित रूप से की जाएगी.

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पुलिस जांच कहां तक पहुंची?

इस केस में पुलिस जांच की बात की जाए तो अभी तक हथियार और खून से सने कपड़े नहीं मिले हैं. उन्हें इस केस के लिहाज से अहम सबूत माना जा रहा है, ऐसे में पुलिस किसी भी कीमत पर इन्हें जल्द रिकवर करना चाहती है. पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपी ही उन्हें इन सबूतों तक पहुंचा सकते हैं.

जानकारी के लिए बता दें कि लखबीर सिंह सरबलोह ग्रंथ के साथ पाया गया. इसपर एक निहंग सिख ने आपत्ति जताई और उससे सवाल पूछा. इस मुद्दे पर ही बहस शुरू हो गई और लखबीर को जान से मार दिया गया. पहले उसके हाथ काटे गए और बाद में पैर भी काट दिए गए. 

पवन के इनपुट के साथ

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