मुंबई पुलिस की एक विशेष जांच टीम (SIT) ने दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की कथित आत्महत्या की जांच शुरू कर दी है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी. एडिशनल पुलिस कमिश्नर (नॉर्थ) राजीव जैन एसआईटी का नेतृत्व कर रहे हैं. अधिकारी ने बताया कि मालवणी पुलिस थाने के सीनियर इंस्पेक्टर चिमाजी अधव और उनकी टीम जांच कर रही है, जिसकी निगरानी पुलिस कमिश्नर अजय कुमार बंसल कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि मामले से जुड़े लोगों से पूछताछ की जा रही है.
दिशा सालियान (28) साल 2020 में 8 जून को मलाड में एक ऊंची इमारत के नीचे मृत पायी गई थीं. इससे कुछ दिन पहले सुशांत सिंह राजपूत (34) का शव बांद्रा स्थित उनके फ्लैट में फंदे से लटका हुआ मिला था. तब मुंबई पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच के बाद कहा था कि दिशा सालियान ने मलाड में उस ऊंची बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली थी, जिसके नीचे उनकी लाश मिली थी. महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार ने इस मामले में 12 दिसंबर 2023 को एसआईटी के गठन की घोषणा की थी. गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के आदेश पर इस केस की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की खबर पर दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान ने प्रतिक्रिया दी थी.
एसआईटी के गठन पर दिशा के पिता ने दी थी ये प्रतिक्रिया
उन्होंने कहा था, 'कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि मैंने कहा था की मेरी बेटी की हत्या हुई है. यह गलत है, मैंने कभी यह दावा नहीं किया. वह गलती से गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई. दिशा ने न तो आत्महत्या की और न ही किसी ने उसकी हत्या की. हालांकि, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, इसलिए मैं ज्यादा कुछ नहीं कह सकता.' कुछ राज नेताओं ने आरोप लगाया था कि सालियान की हत्या की गई थी और इस मामले में शिव सेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे विधायक आदित्य ठाकरे का नाम घसीटने की कोशिश की गई. बीजेपी विधायक प्रवीण दरेकर ने पिछले हफ्ते कहा था कि कई नेता लंबे समय से मांग कर रहे थे कि एसआईटी का गठन किया जाना चाहिए.
दिशा सालियान की मौत के 5 दिन बाद मृत पाए गए थे सुशांत
बता दें कि दिशा सालियान की मौत के पांच दिन बाद ही 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत अपने घर में मृत पाए गए थे. चूंकि दिशा एसएसआर की मैनेजर थी, इसलिए दोनों की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए. कई नेताओं ने दोनों की मौत को लेकर आशंका जाहिर की और इसे हत्या करार देने से भी नहीं चूके. दिशा के शव का पोस्टमॉर्टम उसकी मौत के दो दिन बाद किया गया था. इस पर सबसे बड़ा सवाल उठा था कि बोरीवली पोस्टमॉर्टम सेंटर पर दिशा की ऑटोप्सी होने में दो दिन देरी क्यों हुई थी? ऑटोप्सी रिपोर्ट में पता चला था कि सिर में चोट लगना और कई तरह की अप्राकृतिक चोटें दिशा की मौत का कारण थीं. किसी फिजिकल असॉल्ट के सबूत नहीं मिले थे.