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सोनाली फोगाट मर्डर केस में लगातार नए राज सामने आ रहे हैं. अब पता चला है कि सोनाली जिन महंगी गाड़ियों में घूमती थीं, उनमें से कोई भी उनके नाम पर नहीं थी. आरोप है कि उनका पीए सुधीर सांगवान इन कारों को बेच चुका था या फिर उनको अपने नाम ट्रांसफर करवा चुका था. सुधीर पर ये आरोप सोनाली के ड्राइवर रहे शख्स उमेद सिंह (Umed Singh) ने लगाए हैं. परिवार ने भी ऐसी आशंका जता दी है.
आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक, सोनाली फोगाट कुल चार कारों को फिलहाल तक इस्तेमाल कर रही थीं. फिलहाल इनमें से किसी गाड़ी का अता-पता नहीं है. पता चला है कि कागजों के हिसाब से सोनाली इन कारों की मालिक भी नहीं थीं. उनकी एक कार का मालिक सुधीर सांगवान था. वहीं तीन भी किसी अन्य लोगों के नाम पर थीं. ड्राइवर के साथ-साथ सोनाली के भाई वतन ढाका ने भी ये बातें कहीं.
ड्राइवर ने सुधीर पर उठाए सवाल
बातचीत में सोनाली के ड्राइवर रहे शख्स ने सुधीर सांगवान पर कई आरोप लगाए. वह बोले कि उन्होंने सोनाली की स्कोर्पियो, स्कोडा गाड़ी चलाई थी. सुधीर ड्राइवर से कहता था कि एक मर्सडीज भी है जिसका एक्सीडेंट हो गया है और वह दिल्ली की किसी एजेंसी पर खड़ी है.
ड्राइवर ने आगे बताया कि सोनाली पर पहले स्कोर्पियो थी. जिसको सुधीर ने 8 लाख रुपये में बेच दिया था और फिर दिल्ली से 3.50 लाख रुपये की सफारी कार खरीदी थी. ड्राइवर ने यह भी बताया कि उसको बाद में पता चला था कि मर्सडीज कार पर 10-12 लाख रुपये का लोन है. उसे उठाने कि लिए लोन वाले फोन किया करते थे, इसलिए सुधीर ने कार को छिपा दिया था.
ड्राइवर ने आगे कहा कि पैसों का सारा काम सुधीर ही देखता था. साथ ही वह गाड़ियों का ना तो बीमा करवाता था और ना ही पलूशन. साथ ही पेट्रोल भरवाने में भी आना-कानी करता था. ड्राइवर ने कहा कि सुधीर पर उसके भी 20 हजार रुपये करीब बकाया है.
'मैडम पर बेटी की फीस भरने तक के पैसे नहीं थे'
सोनाली के ड्राइवर ने यह भी दावा किया कि सारे पैसे सुधीर के खाते में आते थे. उसने यह तक कहा कि मैडम के खाते में बेटी की फीस भरने के पैसे तक नहीं थे. ड्राइवर ने कहा कि एक दिन मैं गाड़ी चला रहा था, तब मैडम पर स्कूल से फोन आया था. स्कूल वालों ने कहा कि आपका चेक बाउंस हो गया है. इसपर दिन की 500 रुपये पेनेल्टी लग रही है.
ड्राइवर ने कहा, 'जब से यह (सुधीर) आया, तब से इसी ने पैसा कमाया है. मैडम के पास कुछ नहीं था. बेटी की फीस भरने तक के पैसे खाते में नहीं थे.'
सोनाली के भाई बोले- सुधीर ने लिए थे 1.45 लाख रुपये
आजतक ने सोनाली के भाई वतन ढाका से भी बात की. वह बोले कि बहन ने कारें अपने नाम नहीं कराई थी. भाई ने इस बात पर भी सवाल खड़े किए कि गुरुग्राम वाला फ्लैट किसका है. सोनाली के भाई ने कहा, 'बहन ने मुझे बताया था कि गुरुग्राम में फ्लैट देख रहे हैं. फिर एक दिन सुधीर का फोन आया कि फ्लैट की किस्त भरने के लिए 1.50 लाख रुपये चाहिए. तब मैंने उसको कैश में 1 लाख 45 हजार रुपये दिए थे.'
सोनाली के भाई ने आगे कहा, 'बहन के निधन के बाद हम फार्म हाउस पहुंचे. तब गोवा में सुधीर को फोन करके पूछा कि हिसार वाले फार्म की चाभियां कहां हैं, तो वह (सुधीर) बोला कि चाभियां गुरुग्राम वाले घर पर हैं. फिर जब हमने पूछा कि गुरुग्राम वाले घर की चाभी कहां है तो सुधीर बोला कि फ्लैट तो मेरा है.'
सोनाली के भाई ने कहा कि हमें यह बात समझ नहीं आई कि अगर फ्लैट सुधीर का था, सोनाली का नहीं और किराये पर लिया गया था तो हमसे किस्त के पैसे क्यों लिए गए. साथ ही वहां का सारा फर्नीचर फार्म हाउस से क्यों गया था.