तमिलनाडु में चर्चित यूट्यूबर कार्तिक गोपीनाथ को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन पर मंदिरों के जीर्णोद्धार के नाम पर लाखों की ठगी करने का आरोप लगा है. शिकायत में बताया गया है कि उन्होंने HR&CE(Hindu Religious and Charitable Endowments) की आड़ लेकर मंदिरों की ओर से वसूली की थी. अवादी साइबर क्राइम पुलिस ने कार्तिक गोपीनाथ पर IPC की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
पुलिस ने जारी बयान में बताया है कि कार्यकारी अधिकारी T Aravindan की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है. आरोप है कि कार्तिक ने Ilaya Bharatham के नाम से एक यूट्यूब चैनल खोला था. वहां पर मदुरकालीअम्मन मंदिर से जुड़े मंदिरों के जीर्णोद्धार के नाम पर उन्होंने लोगों से फंड इकट्ठा किया, लेकिन इस काम के लिए उन्होंने HR&CE से कोई परमीशन नहीं ली थी. सबसे बड़ा आरोप ये है कि कार्तिक ने पैसे जरूर मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए लिए, लेकिन उन्होंने उन पैसों का इस्तेमाल अपने निजी काम में किया. इसी वजह से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
वैसे कार्तिक गोपीनाथ की गिरफ्तारी पर तमिलनाडु में राजनीति भी गरमा गई है असल में कार्तिक हमेशा से ही वर्तमान तमिलनाडु सरकार के आलोचक माने जाते हैं. उनके यूट्यूब चैनल पर जो वीडियो भी डाले गए हैं, उनमें वे ज्यादातर सरकार की निंदा कर रहे होते हैं, उनकी कार्यशैली पर सवाल उठा रहे होते हैं. ऐसे में अब जब उनकी गिरफ्तारी हुई है, तो विपक्ष इसे बदले की कार्रवाई मान रहा है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने ट्वीट कर लिखा है कि वर्तमान सरकार डरकर एक असहज आवाज को दबाने का काम कर रही है. उनकी तरफ से कार्तिक को एक राष्ट्रवादी भी बता दिया गया है.