बिहार में बेगूसराय के गढ़हारा रेलवे यार्ड के विद्युत लोको शेड परिसर से रेल इंजन के पार्ट्स और तांबे के क्वायल की चोरी का सनसनीखेज खुलासा हुआ है. चोर लोकोमोटिव शेड की चहारदीवारी के नीचे सुरंग बनाकर रेल इंजन के पार्ट्स की चोरी करते थे. इस मामले में सीआरपीएफ के रिटायर्ड जवान समेत सात आरोपी अभी तक गिरफ्तार किए गए हैं.
महीनों चलता रहा चोरी का सिलसिला
गौरतलब है कि बरौनी गढहारा रेलवे यार्ड में विद्युत लोको शेड में ढेड़ साल पहले 16 रेलवे डीजल इंजन विद्युत लोको शेड बरौनी में रखे गए थे. इस बीच चोरों ने सुरंग बनाई और रेल इंजन के पार्ट्स व तांबे के क्वायल की चोरी की. ये सिलसिला महीनों तक चलता रहा लेकिन किसी को भी भनक नहीं लगी.
7 नवंबर को पकड़ा गया पहला चोर
इसी बीच 7 नवंबर को आरपीएफ ने मल्हीपुर बिंद टोली निवासी गुड्डू कुमार निषाद को चोरी के आरोप में पकड़ा था. पूछताछ के दौरान उसने मुकेश कुमार का नाम कबूला, जिसे गिरफ्तार किया गया. इसके बाद बिहट गांव में कबाड़ी मालिक सन्नी कुमार को किया गया.
मुजफ्फरपुर में छापेमारी में हुई बरामदगी
इन तीनों की निशानदेही पर मुजफ्फरपुर में बड़ी छापेमारी की गई. यहां एक कबाड़ी की दुकान से 13 बोरों में रखे इंजन के पार्ट्स पुलिस ने बरामद किए. हैरानी वाली बात ये है कि पकड़ा गया एक चोर सीआरपीएफ का रिटायर्ड जवान है. उसकी पहचान चंदन कुमार के रूप में हुई है.
इंजन चोरी की खबर भ्रामक
इस संबंध में सोनपुर रेल मंडल के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया, "मीडिया में 16 डीजल इंजन की चोरी की खबर आई है. ये भ्रामक है, सिर्फ पार्ट्स चोरी हुए हैं, जिसमें कार्रवाई भी की गई है. चोरी किए गए 95 फीसदी सामान की बरामदगी भी कर ली गई है".
बता दें कि गढ़हारा यार्ड में अत्याधुनिक विद्युत लोको शेड का निर्माण कराया गया था. ये करीब चार सौ एकड़ में फैला हुआ है. इसी के अंदर रेलवे इंजन रखे गए थे, लेकिन चोरों ने रेल इंजन के पार्ट्स खोल-खोलकर वारदात को अंजाम दिया.