छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में मंगलवार को नक्सल विरोधी अभियान के दौरान एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) में विस्फोट की वजह से दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. इसके साथ ही एक अन्य जवान स्पाइक ट्रैप पर पैर रखने के कारण घायल हो गया. घायल जवानों को पहले प्राथमिक उपचार दिया गया. इसके बाद आगे के इलाज के लिए रायपुर ले जाया गया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये घटना बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर स्थित एक जंगल में हुई है. वहां सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी. इसमें जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान भी शामिल थे. इसी दौरान दो जवान प्रेशर-एक्टिवेटेड आईईडी के संपर्क में आ गए.
इस वजह से विस्फोट हो गया, जिसमें दो जवान घायल हो गए. तीसरा जवान नक्सलियों द्वारा लगाए गए स्पाइक ट्रैप पर पैर रखने के कारण घायल हो गया. घायल जवानों को रायपुर के श्री नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दोनों घायल जवानों की पहचान डीआरजी कांस्टेबल विजय कुमार (26) और सीआरपीएफ कांस्टेबल प्रमोद कुमार (42) के रूप में हुई है.
दूसरी तरफ बीजापुर जिले के एक गांव में नक्सलियों ने दो लोगों की हत्या कर दी है. यह घटना सोमवार रात को तर्रेम थाना क्षेत्र के बुगदीचेरू गांव में हुई. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, अज्ञात नक्सलियों ने धारदार हथियार से दो ग्रामीणों की गला रेतकर हत्या कर दी. उनकी पहचान करम राजू (32) और माडवी मुन्ना (27) के रूप में की गई है. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.
इस घटना की सूचना मिलने के बाद मंगलवार सुबह पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची. इससे पहले 26 जनवरी को नक्सलियों ने बीजापुर के भैरमगढ़ इलाके में 41 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी. उस पर प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के बारे में सूचना लीक करने का आरोप था. 16 जनवरी को नक्सलियों ने बीजापुर के मिरतुर इलाके में भी एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी.
बताते चलें कि रविवार को छत्तीसगढ़ के कांकेर में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में हुआ था, जिसमें एक नक्सली मारा गया. पुलिस के मुताबिक, डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की संयुक्त टीम ने इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर यह अभियान शुरू किया था. जैसे ही सुरक्षा बल जंगल में पहुंचा, नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी.