तमिलनाडु में एक शख्स ने बड़े ही शातिराना तरीके से अपनी पत्नी की हत्या करवा दी. इसके लिए उसने कुछ लोगों का एक गैंग बनाया और फिर जब पत्नी दोपहिया वाहन से घर लौट रही थी तो उसके ऊपर एक मिनी ट्रक चढ़वा दिया. लेकिन जांच में आरोपी पति की पोल खुल गई और पुलिस ने ट्रक ड्राइवर समेत पूरे गैंग का भंडाफोड़ कर दिया. मृतक महिला का पति अमेरिका में आईटी इंडस्ट्री में कार्यरत है, उसने वहीं से ये पूरा जाल बुना था. ऐसे में पुलिस अब उसे भारत लाने की तैयारी में है.
क्या है मामला?
आपको बता दें कि एक हैरान कर देने वाली घटना में 28 वर्षीय महिला की उसके पति द्वारा गठित गैंग ने हत्या कर दी. 21 मई को, दोपहिया वाहन से काम से घर जा रही तिरुवरूर के किदारानकोंडम शहर में रहने वाली जयबरथी की हत्या कर दी गई थी. जयबरथी की शादी पांच साल पहले विष्णुप्रकाश नाम के पुरुष से हुई थी, जो अमेरिका में एक आईटी इंडस्ट्री में जॉब कर रहा था. शुरुआत में जयबरथी विष्णुप्रकाश के साथ अमेरिका में ही रह रही थी.
लेकिन हाल ही में जयबरथी, अमेरिका से भारत लौटी थी. यहां आते ही उसने तलाक के लिए अर्जी दी. कहा जा रहा है कि विष्णुप्रकाश इस बात से परेशान था कि तलाक के बाद उसे पत्नी को गुजारा भत्ता देना होगा, इसीलिए उसने हत्या की साजिश रची.
मृतका के परिजनों के कारण शुरू हुई जांच
गौरतलब है कि शुरू में महिला की मौत एक दुर्घटना लग रही थी, लेकिन उसके परिजनों को मौत पर शक था. मृतका के परिवार को इस बात के सबूत मिले कि मौत संदिग्ध है, जिसके चलते वे पुलिस के पास गए.
उन्होंने बताया कि एक मिनी ट्रक (टाटा-ऐस) जो कदवयारु पुल पर विपरीत दिशा में आगे बढ़ रहा था, उसने काम से घर लौट रही जयबरथी को टक्कर मारी थी. महिला को टक्कर मारने के बाद हत्यारे मौके से फरार हो गए. जयबरथी के शरीर से खून बह रहा था, राहगीर उसे अस्पताल ले गए. लेकिन दुर्भाग्य से वहां उसकी मौत हो गई.
जयबरथी के परिवार ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया और बाद में थिरुवरुर तालुक पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 279 और 337 के तहत मामला दर्ज किया.
क्यों हुई हत्या? पुलिस ने बताया..
पुलिस ने बताया कि 2015 में जयबरथी ने कलह के कारण तलाक लेने का फैसला लिया था. विष्णुप्रकाश ने कथित तौर पर जयबरथी और उसके परिवार को धमकी दी थी, साथ ही उसे गुजारा भत्ता देने का भी डर था. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और गवाह की जांच करने पर पाया कि ट्रक ने पहले भी जयबरथी का पीछा किया था. ट्रक सेंथीकुमार (40) नाम के एक व्यक्ति का था. उससे पूछताछ करने पर पता चला कि सेंथिल कुमार ने अपना ट्रक बेच दिया था.
आगे की जांच में पुलिस ने पाया कि जेगन, उसका साथी प्रसन्ना और राजा नाम के शख्स जयबरथी की हत्या में शामिल थे. पुलिस ने जांच में पाया कि इन लोगों को सेंथिलकुमार नाम के एक अन्य व्यक्ति ने हत्या की प्लानिंग में शामिल किया था, जो विष्णुप्रकाश का रिश्तेदार था.
पुलिस ने यह भी पाया कि ट्रक के मालिक सेंथिलकुमार द्वारा ट्रक बेचने का नाटक विष्णुप्रकाश के रिश्तेदार सेंथिल कुमार की योजना के अनुसार किया गया था. जिसके बाद पुलिस ने इस हत्या में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही पुलिस ने अमेरिका में भारतीय दूतावास को भी सूचित कर दिया है और विष्णुप्रकाश के जल्द ही भारत लाए जाने की उम्मीद है.