मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में 13 वर्षीय आदिवासी लड़की से सामूहिक बलात्कार की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. इस मामले पीड़िता के परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज करके दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों से हिरासत में पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, यह अपराध स्वतंत्रता दिवस के दिन खरगापुर थाने के अंतर्गत आने वाले एक गांव में किया गया था. गुरुवार को यह मामला तब प्रकाश में आया जब नाबालिग और उसके परिवार ने प्रभारी मंत्री कृष्णा गौर से मुलाकात की, जो उस समय क्षेत्र का दौरा कर रही थीं.
टीकमगढ़ के पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी ने बताया कि पुलिस ने आरोपी सलीम खान और लालू खान के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज किया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नाबालिग लड़की 15 अगस्त को अपने खेत में काम कर रही थी. उस वक्त दोनों आरोपी उसके पास आए. वो उन्हें पहले से जानती थी. वो उसे अपने साथ लेकर खेत के अंदर चले गए. इसके बाद दोनों ने उसे अपनी हवस का शिकार बना डाला.
खरगापुर थाने के प्रभारी मनोज द्विवेदी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने पीड़िता को इस वारदात के बारे में किसी को बताने से मना कर दिया और जान से मारने की धमकी दे डाली. इस वजह से पीड़िता डर के मारे चुप हो गई. लेकिन कुछ दिनों बाद वो बीमार पड़ गई.
इसके बाद उसने अपने परिवार के सदस्यों को अपराध के बारे में बताया. उसके पिता दिल्ली में मजदूरी करते हैं, जबकि उसकी मां घर पर रहकर उनकी देखभाल करती है. पुलिस ने कहा कि यह पता लगाने के लिए जांच चल रही है कि परिवार ने पहले पुलिस से संपर्क क्यों नहीं किया था.