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कर्नाटक: उडुपी शहर में बीच सड़क फिल्मी स्टाइल में गैंगवार, पुलिस ने 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार

कर्नाटक के उडुपी शहर में दो गुटों में हुए गैंगवार मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. तीन आरोपियों को इस गैंगवार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि तीन आरोपी रविवार को पकड़े गए हैं.

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कर्नाटक के उडुपी शहर में दो गुटों में हुए गैंगवार मामले में पुलिस का एक्शन.
कर्नाटक के उडुपी शहर में दो गुटों में हुए गैंगवार मामले में पुलिस का एक्शन.

कर्नाटक के उडुपी शहर में दो गुटों में हुए गैंगवार मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. तीन आरोपियों को इस गैंगवार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि तीन आरोपी रविवार को पकड़े गए हैं. ये घटना 18 मई की रात की है.

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पुलिस के मुताबिक, रविवार को गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान माजिद, अल्फ़ाज और शरीफ़ के रूप में हुई है. ये तीनों 'गरुड़ गैंग' के सदस्य बताए गए हैं. इससे पहले 24 मई को पुलिस ने इसी गिरोह के तीन आरोपियों आशिक, रकीब और सकलैन को गिरफ्तार किया था.

इस गैंगवार में शेरिफ नामक आरोपी दूसरे गैंग के सदस्यों के द्वारा चलाई जा रही कार से कुचल दिया गया था. उसे इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जो कि अब डिस्चार्ज होने के बाद पुलिस की हिरासत में है. इस घटना का खौफनाक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

इस वीडियो में एक सफेद कार पलटती हुई और तेजी से भागने से पहले एक भूरे रंग के कार से टकराती हुई दिखाई दे रही है, जबकि एक व्यक्ति तलवार लहराते हुए उसके पीछे भागता हुआ दिखाई दे रहा है. तभी सफेद कार ने उसे टक्कर मार दी, जिससे वह घायल हो गया. वो शख्स ही शेरिफ है.

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एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों गैंग के बीच रियल एस्टेट से संबंधित विवाद था. इसकी वजह से वो आपस में लड़ गए और एक-दूसरे पर जानलेवा हमला किया. सड़क पर मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई. झगड़े में इस्तेमाल हथियार और दो कारें जब्त की गई है.

इस घटना के वीडियो को कर्नाटक बीजेपी ने अपने एक्स अकाउंट से भी शेयर किया था. इस पोस्ट में बीजेपी ने लिखा था, "कर्नाटक मॉडल! गैंगवार, युवतियों से बलात्कार, मारपीट, हत्या, बम विस्फोट, गांजा, अफ़ीम, रेव पार्टियां, पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे आदि. सिद्धारमैया सरकार द्वारा प्रशासन उग्रवादी, धर्मांध, ठग, बदमाश दबंगों को खुली छूट देने और पुलिस को कठपुतली बनाए जाने का ही परिणाम है कि आज अराजकता का माहौल बना हुआ है.''

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