उत्तर प्रदेश के बिजनौर में सरकार के निर्देश पर चल रहे तालाब कब्जा मुक्त अभियान के तहत सोमवार को आईएएस अधिकारी ने तालाब को कब्जा मुक्त कराने के लिए खुद ट्रैक्टर चलाकर तालाब के ऊपर खड़ी फसल को ट्रैक्टर से जोत दिया. तालाब को कब्जा मुक्त कराने के बाद उसे ग्राम पंचायत अधिकारी के सुपुर्द करते हुए उसमें मनरेगा के तहत तालाब खोदने का काम शुरू करा दिया है.
बिजनौर के गांव खान जहांपुर बहादर में गांठा संख्या 8 में एक जमीन तालाब के नाम से तहसील रिकॉर्ड में दर्ज है. इस रिकॉर्ड को लेकर सोमवार को आईएएस अधिकारी एसडीएम सदर विक्रमादित्य मलिक अपनी टीम के साथ गांव खान जहांपुर बहादर गांव में पहुंचे और गांव में मुनादी कराते हुए बताया कि यह जमीन तहसील के रिकॉर्ड में तालाब के नाम से दर्ज है. इसलिए जिन लोगों ने भी इस जमीन पर फसल लगाई हुई है वह तुरंत अपनी फसल हटा लें वरना इसको अपने कब्जे में लेते हुए पूरी फसल को ट्रैक्टर द्वारा जोत दिया जाएगा.
इस मुनादी के बाद भी कोई भी इस जमीन से अपना कब्जा हटाने के लिए तैयार नहीं हुआ तो एसडीएम ने ट्रैक्टर चालक को इस जमीन पर खड़ी फसल को जोतने के आदेश दिए लेकिन स्थानीय भू माफियाओं के डर से ट्रैक्टर चालक ने जमीन पर ट्रैक्टर चलाने से इनकार कर दिया और ट्रैक्टर छोड़कर फरार हो गया इसके बाद एसडीएम सदर विक्रमादित्य मलिक ने अपने साथ आई टीम का हौसला बढ़ाते हुए खुद ट्रैक्टर पर सवार हुए और ट्रैक्टर चलाते हुए तालाब की इस भूमि पर खड़ी पूरी फसल को ट्रैक्टर से जोत दिया.
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जमीन को कब्जा मुक्त कराने के बाद इस जमीन पर ग्राम पंचायत सेक्रेटरी को मनरेगा के तहत तालाब का सौंदर्यीकरण कराने के निर्देश दिए.आईएएस अधिकारी की इस कार्रवाई के बाद भू माफियाओं में खौफ पसर गया है.
एसडीएम विक्रमादित्य मलिक का कहना है कि शासन के निर्देश पर चलाए जा रहे तालाब कब्जा मुक्त अभियान को आगे भी जारी रखा जाएगा और जितने भी तालाबों पर कब्जे हुए हैं उन सभी को कब्जा मुक्त कराकर उनका सौंदर्यीकरण करते हुए उनको पुनर्जीवित किया जाएगा.