यूपी के ब्लॉक प्रमुख चुनाव( UP Block Pramukh Election) में काफी हिंसा देखने को मिली है. नामंकन वाले दिन तो हिंसा की खबरें सुनने-देखने को मिली ही थीं, वोटिंग वाले दिन भी हिंसा का दौर जारी रहा. कई जगहों से छिटपुट हिंसा की खबरें सामने आती रहीं. कहीं पर पथराव हुआ तो कहीं पर पुलिस को लाठीचार्च करना पड़ा. अब इस बीच उन्नाव में एक पत्रकार (Journalist Beaten) को पीटने का मामला तूल पकड़ रहा है. कहा गया है कि CDO ने पत्रकार की पिटाई की है.
CDO ने पत्रकार की पिटाई की
ये घटना उन्नाव के मियागंज ब्लॉक की है जहां पर यूपी के ब्लॉक प्रमुख चुनाव की मतगणना हो रही थी. वहां पर कड़ा मुकाबला देखते हुए पहले ही ज्यादा फोर्स लगा दी गई थी. लेकिन तभी भाजपा समर्थित प्रत्याशी के कुछ लोगों ने एक पत्रकार संग मारपीट शुरू कर दी. फिर उस भीड़ को काबू में करने के लिए CDO दिव्यांशु पटेल एक्शन में आ गए.
उनकी तरफ से भीड़ को काबू में करना था, लेकिन उन्होंने वहां खड़े कैमरामैन को मारना शुरू कर दिया. सोशल मीडिया पर इस पूरी घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि CDO दिव्यांशु पटेल एक पत्रकार को थप्पड़ मार रहे हैं. वहीं बीजेपी समर्थक भी मारपीट करता दिख रहा है. वहां खड़े तमाम पत्रकार उस हमले का विरोध कर रहे हैं, कैमरामैन भी लगातार सफाई देने की कोशिश कर रहा है, लेकिन फिर भी लगातार मारा जा रहा है.
उत्तर प्रदेश में पत्रकारों की पिटाई रुक नहीं रही। कन्नौज, एटा के बाद अब उन्नाव में पत्रकार को पीटा जा रहा है। ग़ज़ब है.... #पत्रकार pic.twitter.com/uHKOt4aVx8
— Dr. Sanjiv Mishra (@drsanjivkmishra) July 10, 2021
Krishna narrates his ordeal while speaking to the media in Unnao. pic.twitter.com/FEOdt7cQvM
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) July 10, 2021
घटना का वीडियो आया सामने
बताया गया है कि पत्रकार का नाम कृष्णा तिवारी है. वे वहां पर चुनाव कवर करने गए थे. लेकिन तभी उनके साथ ये मारपीट की गई. उनकी तरफ से मीडिया को बताया गया है कि उनके दोनों मोबाइल फोन तोड़ दिए गए हैं और उनके नाखुन में भी चोट आई है. वहीं उन्होंने ये भी कहा गया है कि कैमरे में एक वीडियो रिकॉड है जिसमें दिख रहा है कि CDO उन्हें मार रहे हैं. उनकी तरफ से अपील की गई है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
डीएम ने क्या कहा है?
इस घटना का संज्ञान डीएम रवींद्र कुमार ने ले लिया है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और एक निष्पक्ष जांच होगी. उनकी तरफ से भी वायरल वीडियो का जिक्र किया गया है और कहा है कि एक पत्रकार के साथ मुख्य विकास अधिकारी ने मारपीट की है. अभी के लिए इस मामले पर पत्रकारों का विरोध प्रदर्शन जारी है और डीएम को एक प्रार्थनापत्र भी दे दिया गया है.