scorecardresearch
 

UP: रामपुर में पुलिस और बदमाशों में हुई मुठभेड़ तो हुआ समीर राजपूत मर्डर का खुलासा

रामपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में पिछले हफ्ते हुई समीर राजपूत की हत्या के मामले में बीती रात हुए एनकाउंटर ने हत्या का खुलासा कर दिया है. एनकाउंटर के उपरांत घायल बदमाश फिरोज और देवेश को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया. वहीं लाखन से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि पिछले हफ्ते हुए समीर राजपूत मर्डर को उनके द्वारा ही किया गया था.

Advertisement
X
UP POLICE
UP POLICE
स्टोरी हाइलाइट्स
  • एनकाउंटर के बाद बदमाशों ने उगला सच
  • खुद का ही काम शुरू करने के चलते हुई थी समीर की हत्या

उत्तर प्रदेश के रामपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में पिछले हफ्ते हुई समीर राजपूत की हत्या के मामले में बीती रात हुए एनकाउंटर ने हत्या का खुलासा कर दिया है. देर रात सिविल लाइन थाना क्षेत्र के किट प्लाई रोड पर पुलिस चेकिंग कर रही थी. तभी अचानक से सामने से आ रही बाइक को देखकर पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.

Advertisement

जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की और बाइक सवार तीन बदमाशों में से दो के पैर में गोली लग गई और घायल हो गए. तभी बाइक पर सवार तीसरा बदमाश भागने का प्रयास करने लगा, जिसे पुलिस ने घेरकर पकड़ लिया. बदमाशों के पास से एक डिस्कवर बाइक, 315 बोर के 3 तमंचे 3 कारतूस और तीन खोखा कारतूस बरामद हुए हैं.

एनकाउंटर के उपरांत घायल बदमाश फिरोज और देवेश को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया. वहीं लाखन से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि पिछले हफ्ते हुए समीर राजपूत मर्डर को उनके द्वारा ही किया गया था. लाखन ने बताया कि समीर राजपूत उसका रिश्ते का भाई लगता था और पिछले ढाई साल से उसके यहां नौकरी लगवाने का कंसलटेंसी का काम करता था. जब समीर ने उसके यहां काम छोड़कर खुद का ही काम शुरू कर दिया तो उसके काम में काफी नुकसान हुआ, जिसके बाद उसने समीर की हत्या करने का प्लान बनाया. इसके बाद फिरोज व देवेश के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी.  

Advertisement

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने बताया दिनांक 14 /15 जनवरी की रात को थाना सिविल लाइन पुलिस किटप्लाई रोड के पास चेकिंग में मशगूल थी. उसी समय किट प्लाई रोड पर एक बाइक पर तीन लोग सवार सामने से आते दिखाई दिए, जिन्हें पुलिस द्वारा रोकने का प्रयास किया गया तो फायरिंग कर दी गई. पुलिस द्वारा जवाबी फायर किया गया, जिसमें से 3 में से दो व्यक्तियों के पैर में गोली लगी और एक व्यक्ति जो भागने का प्रयास कर रहा था, उसे पुलिस ने पकड़ लिया.

घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बाद में जब उनसे पूछताछ की गई तो उनके द्वारा अपने नाम फिरोज, देवेश और लाखन बताया गया. लाखन जिसे दौड़ाकर पकड़ा गया था, उससे जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसके द्वारा बताया गया कि एक सप्ताह पूर्व पिछले शनिवार जो समीर राजपूत नाम के व्यक्ति की हत्या की गई थी, वह हमने की थी.

 

Advertisement
Advertisement