उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस इफ्तखारुद्दीन पर धर्मांतरण के गंभीर आरोप लग रहे हैं. कानपुर के कल्याणपुर में राजकीय उन्नयन बस्ती के लोगों ने भी उन पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है. आरोप है कि कानपुर में मेट्रो प्रोजेक्ट की जद में कुछ घर आ रहे थे. उस दौरान कई लोग कमिश्नर इफ्तखारुद्दीन से मिले थे. आरोप है कि तब उन्होंने उन लोगों को धर्म परिवर्तन की शर्त पर उनके खेत और घर छोड़ देने का लालच दिया था.
राजकीय उन्नयन बस्ती की रहने वाली सविता देवी ने बताया कि जब मेट्रो का काम चल रहा था. तब हम लोग अपनी फरियाद लेकर कमिश्नर इफ्तखारुद्दीन के पास गए थे. हमारी फरियाद नहीं सुनी गई थी. हमसे धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बनने को कहा गया था. हमने साफ मना कर दिया कि हम धर्मांतरण तो नहीं करेंगे. इसके बाद हम को बुरी तरह से बाहर निकाल दिया गया था.
बस्ती के अध्यक्ष निर्मल कुमार ने आज तक को बताया कि हम मर जाते, लेकिन धर्म परिवर्तन नहीं करते. हिंदू हैं हिंदू बनकर ही रहेंगे. कानपुर के बिठूर से बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने बयान दिया कि आईएएस इफ्तखारुद्दीन के मंडलायुक्त कैंप ऑफिस को गंगाजल से पवित्र करेंगे और वहां हवन कराएंगे.
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यह मामला सपा के शासन काल का है. कल्याणपुर के लोग इन पर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने का आरोप लगा रहे हैं. कानपुर के कल्याणपुर में मेट्रो का डर दिखाकर कहा कि धर्म परिवर्तन कर लो वरना जमीन चली जाएगी. इन्होंने औरंगजेब वाले काम किए हैं.
वरिष्ठ आईएएस इफ्तिखारुद्दीन पिछले कई साल से लखनऊ के चंद्रा अपार्टमेंट में रह रहे हैं. उनके साथ उनकी बहन और बहन के दो बच्चे रहते हैं. ये लोग यहां करीब 15 साल से हैं. इफ्तिखारुद्दीन पहले कानपुर में मंडल आयुक्त थे. अब उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के चेयरमैन हैं. इस मामले के चर्चा में आने के बाद दो दिन से वह अपने लखनऊ के फ्लैट में नहीं आए हैं.
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