लखनऊ के मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद कौशल किशोर और उनके बेटे आयुष किशोर पर अंकिता के पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को बीजेपी सांसद और उनके परिवार के लोगों ने अगवा कर लिया है. लड़की के पिता ने कहा कि लखनऊ जिला न्यायालय में बीती 16 तारीख को वह पेशी के लिए आई थी. इसके बाद अंकिता अपनी बड़ी बहन के बेटे के घर आगरा बर्थडे पार्टी में जा रही थी, उसी दौरान उसे अगवा किया गया है. अब उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है.
आयुष की पत्नी अंकिता के परिजनों का कहना है कि अंकिता का फोन 4 बजे से बंद आ रहा था. हमलोग मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाना चाहते हैं कि अंकिता को बचा लिया जाए. नहीं तो उसकी हत्या हो जाएगी. परिजनों का कहना है कि अंकिता ने अपनी बड़ी बहन को मैसेज भेजा और वह मैसेज हमारे पास भी आया है. परिजनों की तरफ से जारी किए गए उस मैसेज में लिखा है कि आयुष ने जगह बदल दी है. उधर से मैसेज मत करना. अब वो दिल्ली के लक्ष्मी नगर मेट्रो स्टेशन के पास मुझे ले आया है. अंकिता के पिता की माने तो उनकी बेटी कई दिनों से गायब है. इसीलिए वह मुख्यमंत्री से गुहार लगा रहे हैं कि उनकी बेटी को बचा लिया जाए.
अंकिता के पिता की तरफ से पुलिस कमिश्नरेट को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि सांसद के पुत्र आयुष ने हिन्दू रीति रिवाज से उनकी बेटी के साथ शादी की. इसके बाद आयुष उनकी बेटी के साथ फार्म हाउस स्थित वृंदावन कॉलोनी में रहने लगा. कुछ समय बाद जब उनकी पुत्री को पता चला कि आयुष के किसी अन्य महिला से अवैध संबंध है तो उसने इस बारे में आयुष से बात की. जिस पर आयुष ने कहा कि तुम्हें एक घर में ही रहना होगा. यहां से कहीं नहीं जाना होगा और अगर यहां से गई तो जान से मार दूंगा.
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अंकिता के पिता ने पुलिस को दिए गए प्रार्थना पत्र में यह भी कहा कि आयुष कई महीनों से लगातार उनकी बेटी के साथ इच्छा के विरुद्ध यौन शोषण करता रहा. वो उसके साथ अप्राकृतिक तरीके से अवैध संबंध बनाता रहा. जिसके चलते अंकिता ने कई बार वहां से भागने की कोशिश भी की. इस दौरान अंकिता दो बार गर्भवती भी हुई लेकिन उसको दवा देकर गर्भपात करा दिया गया. जबरन यौन शोषण के बारे में अंकिता ने अपने परिवार को भी बताया था.
अंकिता के पिता का कहना है कि उन्होंने कई बार पुलिस को प्रार्थना पत्र दिए हैं, लेकिन राजनीतिक पहुंच के कारण आरोपियों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. इसी क्रम में 16 तारीख को उनकी पुत्री अकेली पेशी पर जिला न्यायालय गई थी. जहां आयुष और उसके अन्य साथियों ने उसका अपहरण कर लिया. काफी खोजबीन करने के बाद भी वह नहीं मिली. लगभग 9:15 बजे अंकिता ने चोरी चुपके मोबाइल से मैसेज किया और कहा कि आयुष और उसके घर वालों ने उसका अपहरण कर लिया है. आप लोग एफआईआर करवा दीजिए और इस मोबाइल पर मैसेज मत भेजिएगा.
अब अंकिता के पिता ने अपने प्रार्थना पत्र में आशंका जताई है कि उनकी पुत्री को जान से मारकर लाश को गायब कर दिया जाएगा. परिजनों की मांग है कि आयुष, उसके बड़े भाई विकास किशोर और दोस्त अमान गाजी उर्फ बॉबी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई की जाए.
भाजपा सांसद ने दी सफाई
अब इस मामले में बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने एक बयान जारी किया है. उनका कहना है कि अंकिता के परिजन मनगढ़ंत और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. सांसद ने कहा कि मेरा ना ही आयुष और अंकिता से और ना ही उनके परिजनों से कुछ लेना-देना है. वे लोग अलग रह रहे हैं. कुछ दिन पूर्व अंकिता और आयुष का विवाद हुआ था. जिसके बाद वे फिर से एक-दूसरे के साथ रह रहे हैं. अंकिता आयुष के साथ अपनी मर्जी से रह रही है.
बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि अंकिता के पिता आशीष सिंह ने मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ जो आरोप लगाए हैं, वो सरासर बेबुनियाद और फर्जी हैं. उन्होंने कहा कि मुझे मीडिया के जरिए पता चला है कि आशीष सिंह ने मेरे खिलाफ एप्लीकेशन देते हुए आरोप लगाया है कि हमने उनकी बेटी अंकिता को अगवा करा दिया है, जो कि सरासर फर्जी और बेबुनियाद है.