
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में जिला प्रशासन निष्पक्ष पंचायत चुनाव संपन्न कराने का दावा कर रहा था. लेकिन सोशल मीडिया पर मत पेटिका में पानी डाले जाने का वीडियो तेजी के साथ वायरल होने के बाद जिला प्रशासन का दावा झूठा साबित हो रहा है. यह वायरल वीडियो बक्सा विकासखंड के बेलहटा ग्राम पंचायत का है.
मत पेटिका में पानी डाले जाने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं. आनन-फानन में अधिकारी बयान देने के बजाए मीडिया को मैनेज करने का प्रयास करते दिखे.
जौनपुर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण का कल जौनपुर में मतदान समाप्त हुआ. जिला प्रशासन द्वारा पंचायत चुनाव को निष्पक्ष संपन्न कराने का बढ़-चढ़कर दावा किया जा रहा है. मारपीट की छिटपुट घटना के बीच से चुनाव संपन्न हुआ. चुनाव संपन्न होने के अगले ही दिन सोशल मीडिया पर मतपेटिका में पानी डाले जाने का वीडियो वायरल होने लगा.
यह वीडियो बक्सा विकासखंड के बेलहटा गांव का है. यहां बूथ संख्या 107, 108 और 109 मतपेटिका में पानी डाले जाने का वीडियो सामने आया है. वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से यह देखा जा सकता है कि ग्रामीण मतदान केंद्र में मतपेटिका में पानी डाल रहे हैं.
गांव के प्रधान पद के प्रत्याशी शिव शंकर गिरी ने बताया कि यह वायरल वीडियो बेलहटा गांव का है. यहां तीन बूथों पर फर्जी मतदान कराया जा रहा था. निवर्तमान प्रधान और पीठासीन अधिकारी की मिलीभगत से फर्जी वोटिंग की जा रही थी. इस संबंध में बेलहटा गांव के प्रधान पद के प्रत्याशियों ने निर्वाचन अधिकारियों से लेकर जिला प्रशासन तक गुहार लगाई, लेकिन जिला प्रशासन ने ऑल इज वेल कह कर इनके आरोपों को एक सिरे से खारिज कर दिया.
सुपर जोनल अधिकारी को जानकारी नहीं
वायरल वीडियो के संबंध में जब अधिकारियों से पूछा गया तो वे कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं. जिला निर्वाचन अधिकारी से लेकर जिले के आला अधिकारी इस मसले पर चुप्पी साधे हुए हैं. सुपर जोनल अधिकारी और एसडीएम सदर नीतीश कुमार ने कैमरे के सामने बयान देने से इनकार कर दिया. वहीं बातचीत के दौरान उन्होंने घटना को बड़ी बारीकी से स्वीकार करते हुए वायरल वीडियो से अनभिज्ञता जताई.
जौनपुर का जिला प्रशासन पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न कराने का लाख दावा कर रहा हो, लेकिन मत पेटिका में पानी डाले जाने का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन सकते में आ गया है. अब देखना यह है कि बेलहटा गांव का चुनाव स्थगित कर दोषियों पर कार्रवाई की जाती है अथवा मामले पर पर्दा डाल दिया जाएगा. (इनपुट- राजकुमार सिंह)