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रामपुर: पहले अश्लील वीडियो कॉल, फिर ब्लैकमेलिंग करते थे आरोपी, पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के रामपुर में सोशल मीडिया के जरिए लोगों की अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाने वाले गिरोह के तीन शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

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पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार (सांकेतिक तस्वरी)
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार (सांकेतिक तस्वरी)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सोशल मीडिया पर लोगों को करते थे ब्लैकमेल
  • अश्लील वीडियो बनाकर करते थे उगाही
  • पुलिस कर रही है आरोपियों से पूछताछ

उत्तर प्रदेश के रामपुर में पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों की अश्लील तस्वीरें, वीडियो बनाकर धन की उगाही करने वाले एक शातिर गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. थाना मिलक क्षेत्र में एक शख्स ने पुलिस में तहरीर दी कि 22 से 23 अप्रैल के बीच एक WhatsApp नंबर पर उसे फोन आया.  वीडियो कॉल में एक महिला न्यूड नजर आई. शख्स ने देखा, फिर फोन काट दिया.

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अगले दिन 23 अप्रैल को उसे एक फोन नंबर से मिस्ड कॉल आया. जैसे उसने WhatsApp पर क्लिक किया, उसमें शख्स की आपत्तिजनक तस्वीर सामने आई, जिसके एवज में उससे 20 हजार रूपये मांगे गए. पैसे न देने पर वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करने की धमकी दी गई. पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत उसके खिलाफ केस दर्ज किया है.

पुलिस ने गंभीरता से जांच की तो 26 मई को अभियुक्तों के बारे में जानकारी सामने आई. पुलिस ने इस संबंध में आमिर, मुस्तकीम और इमरान को गिरफ्तार किया है. 2 आरोपी राजस्थान के हैं, वहीं एक आरोपी रामपुर का है.  गिरफ्तार आरोपी शातिर किस्म के अपराधी है. एक आरोपी सदाकत की तलाशी जारी है, जो रामपुर का ही रहने वाला है.

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ऐसे पुलिस को आरोपियों ने किया गिरफ्तार!

गिरफ्तार अभियुक्त आमिर ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि इमरान अपने भाई सदाकत के साथ औलंदा गांव में जनवरी के महीने में कार बेचने आया था. गांव में ही कई लोगों के साथ मिलकर अपने मिशन में लग गए. आरोपी फर्जी फेसबुक फोटो लगाकर पहले लोगों से सोशल मीडिया पर दोस्ती करते फिर चैटिंग पर फोन नंबर लेते.

फोन पर वीडियो कॉल करने की बात करते, फिर लोगों को फंसाकर, उनके मॉर्फ्ड वीडियो बनाकर लोगों से उगाही करते. आरोपी अपने शिकार को धमकी देते कि वे सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर देंगे.

धमकी से बात न बनने पर अपने गैंग के शख्स से क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर लोगों को धमकी दिलवाते और यूट्यूब केयर के फर्जी मोबाइल नंबरों पर बात कराकर उगाही की वारदात को अंजाम देते. इनकी गिरफ्तारी पुलिस ने पैसे वसूली के दौरान की. पुलिस ने इन पर पहले से दर्ज मुकदमे के तहत कार्यवाही की है.

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