उत्तर प्रदेश पुलिस ने लखनऊ से महाठग अरुणेश सीता को गिरफ्तार किया है. अरुणेश पर पैसा दोगुना करने के नाम पर 300 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है. उसके खिलाफ राज्य के सीतापुर के अलावा बिहार, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ समेत कई अन्यराज्यों में तमाम मुकदमे दर्ज हैं.
पैसा दोगुना करने के नाम पर ठगी
अरुणेश सीता, इंडस वेयर कंपनी के नाम से फ्रॉड करता था. वह लोगों से पैसे लेकर उन्हें 4 साल में ही दोगुना करने का दावा करता था. अरुणेश के साथ-साथ गिरोह का डायरेक्टर बालचंद चौरसिया भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है. वाराणसी पुलिस दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर इनकी रिमांड लेने की कोशिश करेगी. वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने इस कार्रवाई को अंजाम देने वाले पुलिस कर्मचारियों को रिवार्ड देने की भी घोषणा की है.
साल 2010 से कर रहा ठगी
अरुणेश सीता ने वर्ष 2010 में अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर इंडस वेयर कंपनी शुरू की थी. उससे पहले वह एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था. इंडस वेयर कंपनी के साथ उसने कुछ अन्य कंपनियां भी फर्जी तौर पर शुरू की और उसी से लोगों का पैसा दोगुना करने का दावा करके ठगी करने लगा. अरुणेश ने दिल्ली, यूपी, बिहार सहित देश के कई राज्यों में कई प्रॉपर्टीज खरीदी हैं. वह अब तक 4-5 भोजपुरी फिल्में भी बना चुका है.
अरुणेश लोगों से एफडीआर (Fix Deposit Reciept) और शेयर के नाम पर पैसे जमा कराता था. वह मूल रूप से बिहार के पटना का निवासी है. पहले वो रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस में रीजनल मैनेजर के पद पर बिहार और पश्चिम बंगाल में काम करता था. बाद में साल 2010 में उसने अनिल त्रिवेदी और राशिद नाम के साथियों के साथ मिलकर इंडस वेयर और अन्य कंपनियां खोलीं. उसने पॉन्जी स्कीम चलाकर लोगों को ठगने का काम किया.