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उत्तर प्रदेश में यूपीटीईटी की परीक्षा पेपर लीक होने के कारण रद्द हो गई. ये परीक्षा रविवार (28 नवंबर) को होनी थी. इस मामले में अब तक 26 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
यूपीएसटीएफ ने प्रयागराज, लखनऊ, कौशांबी, मेरठ से लेकर गोरखपुर और वाराणसी में छापेमारी की. यूपी एसटीएफ ने इस मामले में दो सॉल्वर गैंग के सरगना को भी गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर याचिका दाखिल की गई है.
प्रयागराज से सबसे ज्यादा गिरफ्तारी
यूपी एसटीएफ ने इस मामले में सबसे ज्यादा प्रयागराज से 16 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें प्रयागराज के नैनी इलाके से सॉल्वर गैंग के सरगना राजेंद्र पटेल और बिहार के सॉल्वर समेत 8 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. झूसी इलाके से 3 और जार्जटाउन से 5 लोगों को पुलिस ने दबोचा है.
पुलिस के मुताबिक कौशांबी से गिरफ्तार रोशन सिंह पटेल ने टीईटी की पहली पाली का पेपर लीक किया था. जबकि मेरठ से गिरफ्तार मनीष रवि और धर्मेंद्र ने दूसरी पाली का पेपर लीक किया. इनकी गैंग में कई लोग शामिल हैं. जिन्होंने दूसरी पाली के पेपर की 5 लाख में 10 प्रतियां ली थीं. फिर इसे 50-50 हजार में 50 से 60 अभ्यर्थियों को बेच दिया.
यूपी एसटीएफ ने चित्रकूट के रहने वाले रोशन पटेल के पास से पहली पाली का पेपर बरामद किया. रोशन पटेल चित्रकूट की मंझनपुर तहसील में लैब टेक्नीशियन है. एसटीएफ के मुताबिक रोशन पटेल को यह पेपर लखनऊ में किसी शख्स ने मुहैया कराया था. जिसे लेकर वह कौशांबी जा रहा था.
प्रयागराज के नैनी इलाके से गिरफ्तार राजेंद्र पटेल भी सॉल्वर गैंग का सरगना है. जिसे बिहार का रहने वाला सनी सॉल्वर मुहैया कराता था. यूपी एसटीएफ ने झूसी से शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक सत्य प्रकाश सिंह को गिरफ्तार किया है. सत्य प्रकाश सिंह के व्हाट्सएप पर टीईटी का सॉल्व पेपर यूपी एसटीएफ को मिला है. यूपी एसटीएफ पकड़े गए सॉल्वर गैंग के सरगनाओं से पूछताछ कर रही है. अब तक 3 सॉल्वर गैंग सरगना पकड़े जा चुके हैं.
एसटीएफ चीफ एडीजी प्रशांत कुमार का कहना है कि हम किसी को नहीं छोड़ेंगे. कड़ी से कड़ी मिलाई जा रही है. जहां तक इस पेपर लीक के तार जाएंगे, वहां तक हर व्यक्ति को पकड़ा जाएगा. वह फिर चाहे कोई भी हो.
अफसरों को सस्पेंड करने की मांग
पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर याचिका दाखिल की गई है. हाईकोर्ट के अधिवक्ता गौरव द्विवेदी ने चीफ जस्टिस को याचिका पत्र भेजा है. इसमें जिम्मेदार अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग की गई है.
अभ्यर्थियों के नुकसान की भरपाई हो
इसके साथ ही पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई या स्वतंत्र न्यायिक जांच या फिर स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी से कराए जाने की मांग की गई है. याचिका में अभ्यर्थियों को पेपर रद्द होने से हुए नुकसान की भरपाई की भी मांग की गई है.