अमृतसर के गोल्डन टेम्पल में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योगासन करने के बाद वडोदरा की एक फैशन डिजाइनर को जान से मारने की धमकी मिली है. इसके बाद पुलिस ने उन्हें सुरक्षा प्रदान की है. फैशन डिजाइनर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना ने 21 जून को गोल्डन टेम्पल में शीर्षासन किया था. इसके बाद उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं.
इन तस्वीरों को देखने के बाद सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने उनको ट्रोल किया था. उनकी आलोचना के साथ गाली-गलौज की गई और जान से मारने की धमकियां भी दी गईं. उन्होंने इसके लिए माफी मांगी और कहा कि उनका कभी किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था. इसके बावजूद एक खास समूह के लोगों ने उनके खिलाफ निगेटिव कैंपेन चलाया.
पंजाब पुलिस ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद रविवार को अर्चना मकवाना के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295-ए (किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण इरादा) के तहत मामला दर्ज किया है. वडोदरा के एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि फैशन डिजाइनर को सुरक्षा दी गई है.
उन्होंने कहा, "अर्चना मकवाना को रविवार से एक सप्ताह की अवधि के लिए स्थानीय स्तर पर पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है, जिसे आवश्यकता पड़ने पर बढ़ाया जा सकता है." सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई अपनी तस्वीरों के लिए आलोचना मिलने के बाद मकवाना ने उन्हें हटा दिया और एक वीडियो में माफ़ी भी मांगी है. उन्होंने कहा कि फिटनेस का संदेश देने के लिए पवित्र स्थान पर योग किया था.
अर्चना मकवाना ने कहा, "मैंने योग दिवस पर धन्यवाद देने के लिए शीर्षासन किया था. किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं था. मुझे बुरा लगा कि ये बात किसी को अच्छी नहीं लगी. मेरा धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था. मैं माफी मांगती हूं. मुझे गलत समझा गया. मुझे जान से मारने की धमकियां और गालियां दी गई. सुरक्षा देने के लिए पुलिस को धन्यवाद.''