समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी मुश्किल में पड़ सकते हैं. उनकी बेनामी कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है. यह मामला यूपी के बनारस जिले में दर्ज किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में वाराणसी पुलिस ने विनायक निर्माण प्राइवेट लिमिटेड नाम की फर्म के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जो आयकर जांच के अनुसार समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक अबू आसिम आजमी की बेनामी कंपनी है.
आजमी इस फर्म में निदेशक भी रह चुके हैं. आरोप है कि वाराणसी के हमरौतिया में सेंट्रल जेल रोड पर प्रोजेक्ट वरुणा गार्डन में पैंतालीस फ्लैटों के लिए कंपनी ने कथित तौर पर संयुक्त आयुक्त द्वारा जारी वाराणसी विकास निगम का जाली समापन प्रमाण पत्र जमा किया था. इसी के लिए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
वाराणसी विकास निगम ने अब यह कहते हुए एफआईआर दर्ज कराई है कि उन्होंने ऐसा कोई समापन पत्र कभी जारी ही नहीं किया. आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 और अन्य धाराओं के तहत धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोपों में एफआईआर दर्ज की गई है.
बता दें कि उन फ्लैट्स की कीमत करीब 32 करोड़ रुपये है. आयकर विभाग ने अक्टूबर के पहले सप्ताह में पीबीपीटी अधिनियम के तहत अन्य संपत्तियों के साथ-साथ उनके इन फ्लैटों को भी जब्त कर लिया था. बताया जाता है कि आजमी इस फर्म को बेनामी के रूप में चलाते हैं और उन्हें रिटर्न और मुनाफे का बड़ा हिस्सा मिलता है.