देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग के दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग के सदस्य गाड़ी चोरी करने के लिए बेहद एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते थे. चोर खास तरह के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर मिनटों में गाड़ी के सॉफ्टवेयर को हैक कर लेते थे. इसके बाद अपनी चाबी लगाकर बड़ी आसानी से कार लेकर फरार हो जाते थे.
दरअसल, गाजियाबाद के थाना विजयनगर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग चोरी की गाड़ियां बेचने के लिए विजयनगर इलाके के डीपीएस चौराहे के पास आने वाले हैं. इसके बाद चोर को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीम बनाई गई. फिर चारों तरफ जाल बिछाकर पुलिस ने वाहन चोर गैंग के दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
चोरों का एक साथी अभी भी है फरार
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों में गौरव और उमेश शामिल हैं. दोनों गाजियाबाद के रहने वाले हैं. इनका एक साथी दीपांशु हापुड़ का रहने वाला है. वह अभी भी फरार है. इस गैंग के कुछ सदस्य पंजाब के लुधियाना से भी पकड़े गए थे. उनके पास से 12 गाड़ियां भी बरामद हुई थी.
पूछताछ में गौरव और उमेश ने बताया कि वो पहले गाड़ियों की रेकी करते थे. फिर उनको चुराकर आसपास के राज्य बिहार, पंजाब और अन्य राज्यों में भेज दिया करते थे.
सॉफ्टवेयर, तमंचा और चाकू बरामद- एसपी
मामले में एसीपी सिटी सुजीत राय ने बताया, "पकड़े गए अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग के लोग पहले चोरी करने वाले वाहन की रेकी किया करते थे. फिर रात के समय वाहन में मौजूद सुरक्षा इंतजामों को सॉफ्टवेयर की मदद से हैक कर लेते थे. इसके बाद अपनी चाभी से स्टार्ट कर लिया करते थे. इसके बाद वाहन को महज कुछ मिनटों में चुरा लिया करते थे. दोनों आरोपियों के पास से चोरी की वैगनआर और बलेनो के अलावा गाड़ी के सॉफ्टवेयर, तमंचा और चाकू बरामद हुए हैं."