क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा और बुआ की हत्या करने वाले आरोपी राशिद उर्फ सिपहिया उर्फ चलता फिरता नाम के आरोपी को यूपी पुलिस ने शनिवार को एनकाउंटर में मार गिराया. राशिद का अपने इलाके में ऐसा खौफ था कि लोग उसे सिपाही नाम से भी जानते थे. राशिद के खिलाफ 14-15 मामले दर्ज थे और उस पर पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम भी रखा था. मुजफ्फरनगर के शाहपुर इलाके में हुई मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है.
कौन था राशिद
जानकारी के मुताबिक, मृतक बदमाश राशिद उर्फ सिपहिया उर्फ चलता फिरता मुरादाबाद का रहने वाला था. उसका आंतक इस कदर फैला हुआ था कि वह अपने इलाके में चलता-फिरता और सिपाही के नाम से भी जाना जाता था. वह बावरिया गिरोह का एक शातिर सदस्य था, जिस पर कई राज्यों में लूट और डकैती के तक़रीबन 15-16 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और उस पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था.
जिस बावरिया गिरोह में राशिद उर्फ सिपहिया उर्फ चलता फिरता शामिल था, वह यूपी, पंजाब और राजस्थान के चुरू में सक्रिय है और कई राज्यों में वारदातों को अंजाम दे चुका है. गिरोह लूट के दौरान क्रूरता भी करता है और इसके लोग लोगों का बेरहमी से कत्ल भी कर देते हैं.
पुलिस ने किया एनकाउंटर
शाहपुर थाना पुलिस को मुखबिर द्वारा यह सूचना मिली थी कि बावरिया गैंग के कुछ सदस्य क्षेत्र में किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में आ रहे हैं. जिसके चलते शाहपुर पुलिस ने एसओजी मुजफ्फरनगर के साथ मिलकर क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया हुआ था उसी दौरान साहडूडी रोड पर पुलिस को जब एक बाइक सवार दो लोग आते हुए दिखाई पड़े तो पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया. जिस पर बदमाशों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर भागने का प्रयास किया.
इसके बाद पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी करते हुए जब आत्मरक्षा में फायरिंग की तो उसमें एक बदमाश राशिद उर्फ सिपहिया उर्फ चलता फिरता घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस को आरोपी से एक रिवाल्वर, एक तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. एनकाउंटर में एक पुलिसकर्मी को भी गोली लगी, जिसकी हालत खतरे से बाहर है.
रैना के रिश्तेदारों का किया था कत्ल
पुलिस के मुताबिक, राशिद उर्फ सिपहिया उर्फ चलता-फिरता एक दुर्दांत अपराधी है जिसके ऊपर हत्या, डकैती और भी कई संगीन मुकदमे है. इसमें जो सबसे चर्चित मुकदमा है वो है जब उसने 2020 में भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना के बुआ-फूफा और उनके परिवार के अन्य सदस्य की डकैती के वक्त हत्या कर दी थी. इसके बाद वह कई अन्य मामलों में भी वांछित चल रहा था और उस पर 50 हज़ार रूपये का इनाम भी घोषित था.