दिल्ली एयरपोर्ट से NIA ने 5 लाख रुपए के इनामी वांटेड आतंकी को गिरफ्तार किया है. वह साल 2019 से फरार चल रहा था. गिरफ्तार आतंकवादी कुलविंदरजीत खानपुरिया पंजाब में डेरा सच्चा सौदा से संबंधित संस्थानों के साथ-साथ पुलिस, सुरक्षा और बीबीएमबी को टारगेट करने में सहयोग के लिए वांछित था.
आतंकवादी कुलविंदरजीत सिंह उर्फ खानपुरिया बीकेआई और केएलएफ जैसे आतंकी संगठनों से जुड़ा था. शुक्रवार 18 नवंबर को वह बैंकाक से इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट नई दिल्ली आया था. गिरफ्तार आतंकवादी पंजाब में टार्गेटेड किलिंग्स को अंजाम देने की साजिश सहित कई आतंकी मामलों में शामिल और वांछित था.
टार्गेटेड किलिंग करता था
वह नब्बे के दशक में नई दिल्ली के कनॉट प्लेस में हुए एक बम विस्फोट के मामले और अन्य राज्यों में ग्रेनेड हमलों में भी शामिल था. जांच से पता चला है कि कुलविंदरजीत खानपुरिया डेरा सच्चा सौदा से जुड़े प्रतिष्ठानों के साथ-साथ पंजाब में पुलिस और सुरक्षा से जुड़े लोगों को निशाना बनाकर भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने की साजिश का मुख्य साजिशकर्ता और मास्टरमाइंड है.
इसके अलावा, उसने पंजाब और पूरे देश में आतंक पैदा करने के उद्देश्य से भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड, चंडीगढ़ के वरिष्ठ अधिकारियों को भी निशाना बना रहा था. उसने कुछ टार्गेट्स की रेकी भी की थी. उसके खिलाफ 30 मई 2019 को पुलिस स्टेशन स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC), अमृतसर में और NIA द्वारा 27 जून 2019 को फिर से केस दर्ज किया गया था.
विदेशी आतंकियों से मिलाया था हाथ
कुलविंदरजीत ने अपने हैंडलर्स और सहयोगियों के साथ, भारत और विदेशों में विभिन्न दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में, भारत में आतंकवादी हमलों की योजना बनाई और साजिश रची. वह बाद में भारत से भागने में सफल रहा.
विदेश में रहते हुए, वह पहले हरमीत @PhD के साथ जुड़ गया और अब पहचान किए गए व्यक्तियों और संस्थानों को टार्गेट करने के लिए अपने भारत स्थित आतंकवादी सहयोगियों का इस्तेमाल करने के लिए पाकिस्तान स्थित ISYF प्रमुख लखबीर सिंह रोडे के साथ जुड़ गया था.
रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर चुका है इंटरपोल
खानपुरिया को NIA की विशेष अदालत, पंजाब ने घोषित अपराधी करार दिया था. इसके बाद उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOCu) जारी किया गया था और उसके खिलाफ इंटरपोल की ओर से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था. एनआईए ने उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 5 लाख रुपए का नकद इनाम की भी घोषणा की थी. उसे 21 नवंबर 2019 को भगोड़ा करार दिया गया था.
गौरतलब है कि खानपुरिया से चार सह-आरोपी साजिशकर्ताओं को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. उनके कब्जे से हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए थे.