पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक कर्मचारी ने अपनी पत्नी और चार साल के बेटे समेत खुद को आग के हवाले कर दिया. इस घटना में तीनों की मौत हो गई, जबकि उसकी एक 11 साल की बेटी बच गई. आग लगने से पहले वह भागने में कामयाब हो गई थी.
मंटेश्वर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मिस्त्रीपारा गांव में हुई घटना के पीछे की वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है. खुद की जान बचाकर भागने में कामयाब हुई लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके पिता 38 वर्षीय सुदेब डे, ने उसे लगभग 1 बजे जगाया और उसे बताया कि परिवार के सभी सदस्य एक साथ मर जाएंगे.
लड़की की माने तो उसके पिता ने खुद पर, उसकी मां रेखा और उसके भाई स्नेहनशु पर मिट्टी का तेल डाला और उन्हें आग लगा दी. वह डर गई और भागने में सफल हो गई. करीब 3 बजे लड़की ने एक रिश्तेदार को फोन किया और उसे सूचित किया कि क्या हुआ था. परिजन उनके घर पहुंचे और एक कमरे में जले हुए शव मिले.
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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ध्रुबा दास ने घटनास्थल का दौरा किया और सुजदेब के रिश्तेदारों और पड़ोसियों से बात की. कटवा आरपीएफ के इंस्पेक्टर इन-चार्ज बीबेक सिंह ने कहा कि डे पिछले पांच साल से कटवा में काम कर रहे थे.